Priceless Treasure: इस कुएं को देखने के लिए बहुत दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं. वाकई में यह काफी हैरान कर देने वाला करने वाला कुआं मालूम हो रहा है. इसमें से ऐसी चीजें निकल कर आ रही हैं जिन पर शोध शुरू हो चुका है. इनकी कीमत इतनी है जितना आज के समय में सोची नहीं जा सकती है. फिलहाल यह चर्चा में है.
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Wishing Well In Bavaria: हम आधुनिक विकास के युग में जी रहे हैं और पिछले सौ दो सौ सालों से दुनिया भर में कंस्ट्रक्शन का काम बहुत तेजी से हुआ है. लेकिन भारत समेत दुनिया के कई देशों में आज भी पुरानी परंपराओं और सभ्यताओं से जुड़ी हुई चीजें जमीन के अंदर से निकल कर आती हैं. इसी कड़ी में जर्मनी से एक मामला सामने आया जिसमें लकड़ी का कुआं निकल कर आया है.
पूरा कुआं लड़की का बना हुआ
दरअसल, लाइव साइंस की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना हाल ही में हुई है. इस घटना के बाद जब खोजकर्ताओं ने इस पर अध्ययन शुरू किया तो पता चला कि यह पूरा कुआं लड़की का बना हुआ है और यह तीन हाजर साल पुराना हुआ है. इसके बाद जब खोजकर्ताओं की टीम जब कुएं में उतारी गई तो उसमें से ऐसी-ऐसी चीजें निकलकर सामने आईं जिसे देखकर अधिकारी हैरान रह गए.
'इच्छा पूरी करने वाली कुआं'
रिपोर्ट के मुताबिक यह जर्मनी के बवेरिया में पाया गया है. असल में यह कांस्य युग का है और उसी युग में लकड़ी का इसे बनाया गया था. बताया जा रहा है कि उस जमाने में इसे 'इच्छा पूरी करने वाली कुआं' माना जाता था. फिलहाल इसमें 100 से भी ज्यादा प्राचीन कलाकृतियां पाई गई हैं. ये सभी इतनी कीमती और दुर्लभ हैं कि इन पर शोध शुरू हो गया है.
शाही आयोजन में ही इस्तेमाल
एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया कि इनमें 70 से ज्यादा अच्छी तरह से संरक्षित मिट्टी के बर्तन, कई सजावटी कटोरे, कप और बर्तन शामिल हैं. ये रोजमर्रा के नहीं बल्कि इन्हें किसी शाही या खास आयोजन में ही इस्तेमाल किया जाता था. साथ ही इसमें से कांसे से बनी कपड़ों की पिन, कंगन, चार अम्बर मोती, दो धातु के स्पाइरल, एक जानवर का दांत और एक लकड़ी का स्कूप भी मिला है.
इस पर शोध शुरू हो चुका
बवेरियन स्टेट ऑफिस फॉर मॉन्यूमेंट कंजर्वेशन के अधिकारी जोचेन हैबरस्ट्रोह ने बताया कि इस कुएं की लकड़ी की दीवारें जमीन पर पूरी तरह से संरक्षित हैं और ग्राउंड वाटर की वजह से नाम मात्र ही भीगी हैं. यही वजह है कि इसके अंदर जो कलाकृतियां मिली हैं वे सुरक्षित हैं. फिलहाल इस पर शोध शुरू हो चुका है.
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