खतरनाक तेंदुए के पीठ पर बैठकर सवारी करने लगे गांव के लोग, जानें क्यों नहीं किया हमला; LIVE फुटेज वायरल
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खतरनाक तेंदुए के पीठ पर बैठकर सवारी करने लगे गांव के लोग, जानें क्यों नहीं किया हमला; LIVE फुटेज वायरल

Dangerous Leopard Caught: वीडियो में दिखाया गया है कि गांव वालों ने एक तेंदुए को पकड़ लिया है और कुछ लोगों के हाथ में लाठियां हैं. वे तेंदुए के करीब पैदल चल रहे हैं और उनमें कुछ तो उसे छूने की भी कोशिश कर रहे हैं. इतना ही नहीं, गांव का एक शख्स तो उसके ऊपर भी बैठ गया. 

 

खतरनाक तेंदुए के पीठ पर बैठकर सवारी करने लगे गांव के लोग, जानें क्यों नहीं किया हमला; LIVE फुटेज वायरल

Leopard Caught By Villagers Video: एक परेशान करने वाली घटना में, मध्य प्रदेश के देवास जिले में लोगों को एक बीमार तेंदुए के साथ सेल्फी लेते और यहां तक ​​कि परेशान जानवर पर सवारी करने की कोशिश करते देखा गया. यह घटना कैमरे पर रिकॉर्ड की गई और सोशल मीडिया पर शेयर की गई, जिसके बाद वन अधिकारियों को कार्रवाई करनी पड़ी. वीडियो में दिखाया गया है कि गांव वालों ने एक तेंदुए को पकड़ लिया है और कुछ लोगों के हाथ में लाठियां हैं. वे तेंदुए के करीब पैदल चल रहे हैं और उनमें कुछ तो उसे छूने की भी कोशिश कर रहे हैं. इतना ही नहीं, गांव का एक शख्स तो उसके ऊपर भी बैठ गया. 

गांव के लोगों ने तेंदुए के ऊपर बैठकर की सवारी

गांव के कुछ लोग तो तेंदुए के साथ तस्वीरें लेने की कोशिश कर रहे हैं. एक आदमी को चलते समय जानवर पर सवारी करने की कोशिश करते हुए भी देखा जा सकता है. घटना सामने आने के बाद, तेंदुए को वन अधिकारियों ने बचाया और इंदौर शहर के एक चिड़ियाघर में ले जाया गया. वन अधिकारियों के अनुसार, तेंदुआ मस्तिष्क विकार से पीड़ित है और गंभीर स्थिति में है, अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहा है. देवास में वन विभाग के खेओनी अभयारण्य के अधीक्षक विकास माहौर ने कहा, "इंदौर से लगभग 80 किलोमीटर दूर इकलेरा गांव से तेंदुए को बचाया गया." यह घटना बीते मंगलवार की है. पीटीआई ने इसका वीडियो शेयर किया है.

 

 

मानसिक बीमारी से जूझ रहा था तेंदुआ

उन्होंने लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए भविष्य में किसी भी बीमार जंगली जानवर के पास जाने से बचने के लिए आगाह किया. इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर के प्रभारी डॉ उत्तम यादव ने कहा, “गंभीर रूप से बीमार तेंदुए का शरीर अकड़ रहा है और जानवर को हर 20 मिनट में दौरे पड़ रहे हैं. पहले जांच में पाया गया कि जानवर किसी मस्तिष्क विकार से पीड़ित है.” उन्होंने कहा, “यह पहली बार है कि हमने देखा कि ग्रामीणों द्वारा परेशान किए जाने के बावजूद तेंदुआ न तो उन पर दहाड़ा और न ही उनके प्रयासों का विरोध किया. यह बहुत चौंकाने वाला है क्योंकि बिग कैट्स चाहे कितनी भी बीमार और कमजोर क्यों न हों, मुसीबत में होने पर वे प्रतिरोध की अपनी अंतर्निहित प्रकृति को कभी नहीं छोड़ती हैं.”

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