Fight in Mumbai local train: मुंबई लोकल ट्रेन में बिना वैलिड टिकट के एसी कोच में सफर कर रहे पैसेंजर ने टिकट चेक करने आए टीसी पर हमला कर दिया. बाद में जब उस पर आरपीएफ ने एक्शन लिया तो उसके होश उड़ गए.
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Fight between ticket checker and passenger: मुंबई में एक यात्री जनरल कोच का टिकट लेकर एसी कोच में चढ़ गया. इत्तेफाक से जब वह सफर कर रहा था तो उसी दौरान टिकट चेकर वहां आ गया. उसने यात्री से उतरने के लिए कहा तो दोनों में बहस हो गई. विवाद इतना बढ़ा कि दोनों में हाथापाई हो गई. इसके बाद टिकट चेकर ने मैसेज करके अगले रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ बुलाकर उसे उनके हवाले कर दिया. पुलिस सामने देख यात्री के होश फाख्ता हो गए. उसने अपनी नौकरी जाने का हवाला देकर केस दर्ज न करने का आग्रह किया और साथ ही टिकट चेकर को हुए नुकसान की भरपाई कर दी. इसके बाद दया दिखाते हुए चेकर ने उसे जाने दिया.
बिना वैलिड टिकट लिए एसी कोच में कर रहा था सफर
रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को अनिकेत भोसले नाम का एक यात्री मुंबई की लोकल ट्रेन में फर्स्ट क्लास का टिकट लेकर एसी कोच में सफर कर था. उसे चर्चगेट से विरार जाना था. उसी दौरान चीफ टिकट इंस्पेक्टर जसबीर सिंह वहां पहुंचा. चेकिंग के दौरान उसे पता चला कि अनिकेत के पास एसी कोच का टिकट नहीं तो उन्होंने उसे जुर्माना भरने के लिए कहा. इस पर अनिकेत भोसले ने विरोध किया और जल्द ही यह बहस मारपीट में बदल गई.
यात्री ने टिकट चेकर की फाड़ दी शर्ट
वायरल हुए वीडियो में अनिकेत भोसले और जसबीर सिंह लड़ते हुए दिख रहे थे. आरोप है कि अनिकेत भोसले ने कथित तौर पर टिकट चेकर जसबीर सिंह की शर्ट फाड़ दी और पीटकर उन्हें घायल कर दिया. इस दौरान उनके 1500 रुपये भी खो गए. उन्होंने यह पैसे यात्रियों से बतौर जुर्माने के रूप में वसूले थे.
आरपीएफ जवानों ने ट्रेन से नीचे उतारा
टिकट चेकर का दावा है कि मारपीट की वजह से बोरीवली स्टेशन पर ट्रेन काफी देर तक रुकी रही. इस दौरान उन्होंने अनिकेत को नीचे उतरने के लिए कहा लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. आखिरकार नालासोपारा स्टेशन पर आरपीएफ के जवानों ने उन्हें बलपूर्वक ट्रेन से नीचे उतार दिया. साथ ही उनके खिलाफ केस लिखने के लिए जीआरपी के सुपुर्द करने की तैयारी शुरू कर दी.
अपनी गलती पर लिखित में मांगी माफी
इसके बाद अनिकेत भोसले घबरा गया. उसने अपनी गलती स्वीकार करते हुए लिखित में माफी मांगी. साथ ही जसबीर सिंह और आरपीएफ टीम से आग्रह किया कि उनके खिलाफ केस दर्ज न किया जाए वरना उनकी नौकरी चली जाएगी. उन्होंने जसबीर सिंह के गायब हुए 1500 रुपये भी अपनी जेब से चुका दिए, जो हंगामे के दौरान कहीं गिर गए थे. उसके माफीनामे और आग्रह को देखते हुए बाद में पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया और आगे से ऐसी गलती न करने की हिदायत दी.