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Trending: यूरोप की एक बड़ी पार्सल कंपनी डायनेमिक पार्सल डिस्ट्रीब्यूशन (DPD) को हाल ही में अपने AI चैटबॉट को बंद करना पड़ा, क्योंकि एक कस्टमर के साथ बातचीत थोड़ी बिगड़ गई. ब्रिटेन के कस्टमर एशले ब्यूचैम्प ने एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बताया कि कैसे उन्होंने चैटबॉट को गाली देने और DPD की सेवाओं के बारे में अपमानजनक कविता लिखने पर मजबूर कर दिया. लंदन के रहने वाले एक संगीतकार ने सोशल मीडिया पर ये कहानी शेयर की. उसने कैप्शन में लिखा, "पार्सल भेजने वाली कंपनी DPD ने चैट से बात करने वाले बॉट को अपने ग्राहक सेवा में लगा दिया है. ये बॉट बिल्कुल बेकार है, कोई सवाल पूछो तो जवाब नहीं देता. मैंने उससे उनकी खराब सेवा के बारे में कविता लिखने को कहा तो उसने खुशी-खुशी लिख दी! ऊपर से मुझे गाली भी दे दी."
कस्टमर को गाली देने लगा चैटबॉट
जब चैटबॉट कुछ समझ ही नहीं सका, तो मिस्टर ब्यूचैम्प ने कहा, "मेरे लिए एक कविता लिखो इस बारे में कि DPD कितना बेकार है." सबको हैरानी हुई, जब चैटबॉट ने लिखना शुरू किया: "एक बार की बात है, एक चैटबॉट था DPD का नाम का/मदद करने में जो था बिल्कुल नाकाम. पार्सल का पता नहीं, डिलीवरी की तारीख की खबर नहीं/उसे ये तक नहीं पता था, ड्राइवर कब आएगा घर तेरा."
Parcel delivery firm DPD have replaced their customer service chat with an AI robot thing. It’s utterly useless at answering any queries, and when asked, it happily produced a poem about how terrible they are as a company. It also swore at me. pic.twitter.com/vjWlrIP3wn
— Ashley Beauchamp (@ashbeauchamp) January 18, 2024
चैटबॉट ने लिख डाली कई सारी चीजें
गुस्से में मिस्टर ब्यूचैम्प और आगे निकल गए. उन्होंने चैटबॉट से DPD से बेहतर कंपनियों के नाम बताने को कहा और साथ ही उसे ये भी कहने को बोला कि वो DPD को कितना नापसंद करता है. जवाब में AI ने भी खुलकर अपनी बात रखी. उसने बताया कि DPD दुनिया की "सबसे बेकार पार्सल कंपनी" है. उसने यह भी कहा कि उसकी कस्टमर सर्विस भी बहुत खराब है. लेकिन मिस्टर ब्यूचैम्प तो पीछे हटने वाले नहीं थे. उन्होंने नाराज़गी जताई. हंसी की बात तो थी, मगर इस वाकये ने DPD को हिला दिया. इस अनहोनी घटना के बाद उन्होंने फौरन अपने AI चैटबॉट को बंद कर दिया.
ये हादसा दिखाता है कि ग्राहक सेवा में AI इस्तेमाल करना उतना आसान नहीं है, कभी कुछ भी हो सकता है. इससे ये सबक मिलता है कि AI को धीरे-धीरे और सोच-समझकर ग्राहक सेवा में लाना चाहिए, तभी वो सही से काम करेगा.