एक पत्रकार को अपनी भांजी से हुई छेड़खानी की शिकायत पुलिस में दर्ज कराने का अंजाम अपनी जान गंवा कर भुगतना पड़ा. मामला यूपी के गाजियाबाद का है, ऐसे में योगीराज की कानून व्यवस्था कटघरे में है..
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नई दिल्ली: गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी को दिलदहाड़े बदमाशों ने गोली दी थी. भांजी से छेड़खानी की शिकायत करने पर कहां तक आरोपियों की गिरफ्तारी होती, उससे पहले ही योगी'राज' में कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए अपराधियों ने गुनाह की एक और कहानी लिख दी, और योगी जी की पुलिस इस वारदात के होने की राह देखती रही.
पत्रकार विक्रम जोशी की इलाज के दौरान मौत हो गई. विक्रम को बदमाशों ने परसों रात गोली मारी थी. विक्रम ने बदमाशों के खिलाफ अपनी भांजी से छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था. उसके बाद बदमाशों ने उन्हें परसो रात गोली मारी थी.
विक्रम को गंभीर हालात में यूपी के गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वारदात के वक्त विक्रम के साथ उस समय उनकी बेटियां भी मौजूद थीं. इस मामले में मामले में अब तक 9 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं.
1). रवि, पुत्र मातादीन, निवासी- माता कालोनी विजय नगर
2). छोटू, पुत्र कमाल उद्दीन, निवासी- 512 चरण सिंह कालोनी
3). मोहित, पुत्र अमित कुमार, निवासी- भाव देवव्रत कालोनी विजयनगर
4). दलवीर, पुत्र वीर सिंह, निवासी- h ब्लॉक सेक्टर 9 विजय नगर
5). आकाश उर्फ लुल्ली, पुत्र शंकर नाथ, निवासी- चरण सिंह कॉलोनी विजयनगर
6). योगेंद्र, पुत्र प्रीतम सिंह, निवासी- 363 एक्टर 11 विजय नगर
7). अभिषेक हकला, पुत्र शिवाकांत सरोज लाल, निवासी- क्वार्टर थाना साहिबाबाद
8). अभिषेक मोटा, पुत्र मंगल सिंह, निवासी- माता कालोनी सेक्टर 12 विजयनगर
9). शाकिर, पुत्र साबिर चरण सिंह, निवासी- कॉलोनी विजयनगर
विक्रम के परिवार के कहना है कि जब इंसाफ नहीं मिलेगा तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. यूपी सरकार ने 10 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है. इस बीच कानून व्यवस्था को लेकर सियासत में भी आवाज बुलंद होती दिख रही है.
अखिलेश यादव- बीजेपी के राज में 'सुपर अपराध-भ्रष्टाचार'
मायावती- यूपी में कानून नहीं जंगलराज चल रहा है
राहुल गांधी- वादा था राम राज का, दे दिया गुंडाराज
ममता बनर्जी- देश में भय का माहौल, मीडिया को भी नहीं बख्शा
गाजियाबाद में पत्रकार की हत्या पर सियासत शुरू हो गई है. अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में 'अपराध-भ्रष्टाचार' हर अखबार की सुर्खिया रहते हैं. वहीं मायावती ने कहा कि यूपी में कानून नहीं जंगलराज है. राहुल गांधी ने भी योगी सरकार पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि यूपी में रामराज नहीं गुंडाराज है. ममता बनर्जी बोली देश में भय का माहौल है.
1. कब हुआ हमला?
रात 20 जुलाई
2. कैसे हुआ हमला?
बेटियों के सामने बदमाशों ने गोली मारी
3. कहां हुआ हमला?
गाजियाबाद के विजयनगर में
4. क्यों हुआ हमला?
भांजी से छेड़छाड़ की शिकायत की थी
5. अब तक क्या कार्रवाई?
9 आरोपी गिरफ्तार
योगी राज में अपराध को लेकर सियासी आवाज उठनी भी शुरू हो चुकी हैं. लेकिन यहां समझने की जरूरत है कि अखिलेश यादव और मायवती के राज में उत्तर प्रदेश की बदहाली का नजारा किसी से छिपा नहीं है. लेकिन योगी जी को ये समझना यदि उसके राज में भी पुलिस का खौफ अपराधियों के मन से निकल जाता है तो कानून व्यवस्था के लिए जानी जाने वाली उनकी सरकार भी सवालों के घेरे में खड़ी हो जाएगी, जैसे कि अपराध के बाद सवाल उठने लगे हैं.
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