पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ने एक बार फिर ममता बनर्जी सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये हैं. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक ट्वीट में लिखा- 'बिजली, पानी और अन्य जरूरी सेवाएं तत्काल सामान्य किया जाना चाहिए. ममता बनर्जी यह मीडिया में दावों का समय नहीं है.
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नई दिल्ली: पं. बंगाल में कोरोना संकट और राज्य में अभी-अभी तबाही मचाकर शांत हुए अम्फान तूफान की दिक्कतों के बीच राज्यपाल और सीएम के बीच तल्खी का दौर भी जारी है. नागरिकता कानून के दौरान भी यह तल्खी जोरों पर थी.
एक बार फिर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सीएम ममता बनर्जी को खरी-खरी कही है. उन्होंने सीएम की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं साथ ही चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द हालात सामान्य और जमीनी स्तर पर राहत पहुंचाने की अपील की है.
राज्यपाल ने किया ट्वीट
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ने एक बार फिर ममता बनर्जी सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये हैं. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक ट्वीट में लिखा- 'बिजली, पानी और अन्य जरूरी सेवाएं तत्काल सामान्य किया जाना चाहिए. ममता बनर्जी यह मीडिया में दावों का समय नहीं है.
Electricity, water and essential services be normalized urgently.
Do not wish to share horrendous sufferings inputs from various parts of Kolkata and outside.
This is no time to engage in tall claims @mamataofficial in media. Need of hour is to engage in relief on ground.(1/3)
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) May 27, 2020
अब जमीनी स्तर पर राहत पहुंचाने की जरूरत है.' उन्होंने आगे लिखा- 'अगर राजनीति के बजाय सही समय पर तैयारी पर ध्यान दिया जाता तो स्थिति इतनी भयावह नहीं होती. वरिष्ठ मंत्रियों का सेंस (तू-तू, मैं-मैं) और विधायक की सार्वजनिक पिटाई वास्तविक स्थिति दर्शाती है.'
The situation would not have been so frightening if instead of politics, attention was paid to preparation at the right time.
Scenes of senior ministers in public spat (तूँ तूँ मैं मैं ) and MLA's public thrashing are a depiction of the actual situation.(2/3)
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) May 27, 2020
दोष मढ़ने के खेल को खत्म करना होगा-राज्यपाल
ग्रामीण इलाकों की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए राज्यपाल ने लिखा- 'दोष मढ़ने के खेल को खत्म करना होगा. ग्रामीण क्षेत्रों पर भी ध्यान जरूरी है, जहां स्थिति भयावह बनी हुई है. इन क्षेत्रों की उपेक्षा नहीं की जा सकती. संविधान के तहत मैं ममता बनर्जी से स्थिति स्पष्ट करने का आग्रह करता हूं.'
चक्रवात की तैयारियों को लेकर उठाए थे सवाल
धनखड़ ने हाल ही में चक्रवाती तूफान अम्फान को लेकर ममता बनर्जी सरकार की तैयारियों पर भी सवाल खड़े किये थे. उन्होंने कहा था कि जब मौसम विभाग ने 15 दिन पहले ही चक्रवात की सूचना दे दी थी तब बंगाल सरकार ने इससे निपटने की पूरी तैयारी क्यों नहीं की थी. उन्होंने कहा था कि अगर आर्मी 3 दिन पहले बुला ली गई जाती तो हालात सामान्य होते.
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पीएम मोदी ने किया था दौरा
चक्रवात तूफान अम्फान के आने के बाद सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की थी कि वह आकर अम्फान की तबाही देखें. इसके बाद पीएम मोदी प्राथमिकता से पं. बंगाल पहुंचे थे. यहां उन्होंने सीएम ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए कहा था कि वह एक ही समय में दो संकटों से जूझ रही हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने तत्काल 1000 करोड़ की सहायता पं. बंगाल को दी थी.
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