200 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाला है अम्फान तूफान, क्या है 'मोदी प्लान'?
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200 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाला है अम्फान तूफान, क्या है 'मोदी प्लान'?

अम्फान तूफान की आहट पर सीधे प्रधानमंत्री की नज़र बनाई हुई है. गृह मंत्रालय और NDMA के साथ बैठक पीएम मोदी ने बैठक की. जानकारी के अनुसार  तूफान की रफ्तार 200 किलोमीटर हो सकती है, जिसके लिए अलर्ट पर 12 राज्य हैं...

200 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाला है अम्फान तूफान, क्या है 'मोदी प्लान'?

नई दिल्ली: अम्फान तूफ़ान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक की. बैठक में इस तूफान से निपटने की तैयारी की समीक्षा की गई. पीएम ने गृह मंत्रालय और NDMA के अफसरों के साथ बैठक की.

  1. 200Km प्रति घंटे की रफ्तार से आएगी तबाही?
  2. समंदर में बवंडर, शहर में समंदर
  3. बंगाल की खाड़ी में अम्फान 8 का कहर
  4. NDRF के डीजी ने दी ये जानकारी

200Km प्रति घंटे की रफ्तार से आएगी तबाही?

जानकारी के अनुसार ओडिशा, आंध्र प्रदेश और बंगाल समेत 12 राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है. सुपर साइक्लोन बंगाल और बांग्लादेश के तट से 20 मई को टकराएगा, ऐसा मौसम विभाग का कहना है. कहा ये भी जा रहा है कि तूफान की रफ्तार 200Km प्रति घंटा हो सकती है.

पूरी दुनिया के साथ भारत कोरोना महामारी से तो जूझ ही रहा है. लेकिन बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में एक और संकट छाने वाला है. मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले कुछ घंटों में ये अम्फान तूफान खतरनाक रूप ले सकता है.

समंदर में बवंडर, शहर में समंदर

आशंका है कि चक्रवाती तूफान अम्फान 8 राज्यों में मौसम बदलेगा, जिसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. मौसम विभाग के मुताबिक इस समय देश में वेस्‍टर्न डिस्‍टर्बेंस एक्टिव है. इस डिस्टर्बेंस के चलते देश के पहाड़ी इलाकों जैसे कि हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, उत्तराखंड के साथ ही उत्तरी राजस्थान, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मौसम खतरनाक साबित हो सकते है.

बंगाल की खाड़ी में अम्फान 8 का क़हर

ओडिशा सरकार ने 12 जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया है. तूफान के उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने की आशंका है और पश्चिम बंगाल को पार कर सकता है. इस तूफान की रफ्तार 2 सौ किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है. बताया जा रहा है बंगाल की खाड़ी में उठ रहे तूफान देश के अलग-अलग राज्यों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, ऐसे में NDRF भी पूरी तैयारी के साथ तैनात है.

NDRF के डीजी ने दी ये जानकारी

NDRF के डीजी एसएन प्रधान ने कहा है कि "एनडीआरएफ पूरी सिचुएशन पर नजर बनाए हुए हैं और सभी एजेंसियों के साथ समन्वय के साथ काम कर रही है. राज्यों के डिजास्टर मैनेजमेंट के साथ, आईएमडी के साथ और सभी स्टेकहोल्डर एजेंसियों के साथ एनडीआरएफ की टीमें या तो अपनी जगह पर पहुंच चुकी हैं या पहुंचने वाली हैं. जो भी सिचुएशन डिवेलप करता है, उसी के अनुकूल कार्रवाई की जाएगी. एनडीआरएफ की टीम पूरी तैयारी के साथ है."

मौसम विभाग ने इस बात की जानकारी दी है कि ये जो चक्रवात है को आहिस्ते-आहिस्ते बलशाली रूप धारण कर लेता है और तबाही का सैलाब ला सकता है. आशंका जताई गई है कि ये अम्फान तूफान सबसे पहले बंगाल की खाड़ी में कदम रखेगी. उत्तर और उत्तर-पश्चिम और फिर उत्तर और उत्तर-पूर्व में दस्तक देगी. बताया ये भी जा रहा है कि पहले इसकी रफ्तार तकरीबन 90 किलोमीटर/घंटा और फिर 190 किमी. प्रति घंटे की पहुंचने की आशंका है. जो वाकई किसी तबाही से कम नहीं होगी.

इतिहास को खंगालेंगे तो ऐसे समुद्री तूफान जो कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में आने वाले होते हैं उनका रखने की प्रक्रिया बीते 15 साल पहले यानी साल 2004 में शुरू हुआ था. बताया तो ये भी गया है कि इसके लिए बाकायदा एक सूची बनाई गई, जिसमें में आठ देश शामिल हैं.

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आजीब बात तो ये है कि जब जिस भी देश का नंबर आता है, तो उस देश की लिस्ट में दिए गए नामों के आधार पर नामकरण कर दिया जाता है. इन देशों में Bangladesh, India, Maldeev, Myanmar, Oman, Pakistan, ShriLanka और Thailand शामिल हैं. हर देश ने 8-8 नाम दिए हैं. यानी अगर हिसाब करें तो कुल 64 नाम तूफान के लिए तय किए गए हैं. इस बार चक्रवाती तूफान के नामकरण की बारी थाईलैंड की थी. थाईलैंड ने इसका नाम अम्फान रखा.

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