Business Idea: आजकल किसान औषधीय गुणों से भरपूर पलाश के फूलों की खेती करके अच्छी-खासी अर्निंग कर रहे हैं. भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में पलाश के फूल अपने ऑर्गेनिक रंगों के लिए जाने जाते हैं. ऐसे में आप भी इसकी खेती कर सकते हैं.
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Business Idea: अगर आप खेती करते हैं या खेती-किसानी से जुड़ने के बारे में सोच रहे हैं और मोटी कमाई वाली फसल की तलाश में हैं तो आज हम आपके लिए एक शानदार आइडिया लेकर आए हैं. यह एक ऐसी फसल है, जिसकी खेती करके आप कम समय में अच्छी ग्रोथ हासिल कर सकते हैं. दरअसल, हम बात कर रहे हैं पलाश के फूलों की खेती के बिजनेस की. इस फूल की अपनी तो कोई खुशबू नहीं होती है, लेकिन इसमें काल के औषधीय गुण मौजूद हैं. आइए जानते हैं इसकी खेती (Cultivation of Palash ) कैसे करते हैं...
कई नामों से जाना जात है पलाश
यूं तो हर फूल अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है, लेकिन पलाश के फूलों की अद्भुत बनावट और सूर्ख लाल रंग इसकी खूबसूरती में और भी इजाफा कर देता है. बता दें कि इस फूल को उत्तर प्रदेश का राजकीय फूल भी घोषित किया गया है. इस फूल को अलग-अलग नामों जैसे परसा, ढाक, सू, किशक, सुका, ब्रह्मवृक्ष और फ्लेम ऑफ फॉरेस्ट आदि नामों से भी जाना जाता है. यह फूल उत्तर प्रदेश में यह बहुतायत में पाया जाता है. वहीं, झारखंड और दक्षिण भारत के कुछ इलाकों में भी इसकी खेती की जाती है.
पलाश के फूल की खासियत
होली के रंग बनाने के लिए भी पलाश के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है. इस फूल के बीज, पत्ते, छाल, जड़ और लकड़ी भी काम में आते हैं. पलाश के पेड़ से मिलने वाली हर एक चीज औषधीय गुणों से भरपूर है. इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है.
एक बार लगाने होंगे पौधे
पलाश के पौधे लगाने के बाद 3 से 4 साल में इन पर फूल आने लगते हैं. लागत की बात करें तो आपको 1 एकड़ में 50 हजार रुपये खर्च करने होंगे. एक बार पौधे लगाने के बाद आने वाले 30 वर्षों तक आप आराम से मोटी कमाई कर सकते हैं.