Zero Sugar और Zero Calories होने के बावजूद डाइट कोक को क्यों कहा जाता है 'साइलेंट किलर'?
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Zero Sugar और Zero Calories होने के बावजूद डाइट कोक को क्यों कहा जाता है 'साइलेंट किलर'?

Diet coke is silent killer: क्या आपने कभी सोचा है कि डाइट कोक शुगर-फ्री और कैलोरी फ्री होने के बावजूद सेहत के लिए नुकसानदायक क्यों हैं? आइए जानते हैं.

Zero Sugar और Zero Calories होने के बावजूद डाइट कोक को क्यों कहा जाता है 'साइलेंट किलर'?

Diet coke is silent killer: शुगर-फ्री कार्बोनेटेड ड्रिंक डाइट कोक (diet coke) ने हाल के वर्षों में काफी लोकप्रियता हासिल है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि डाइट कोक शुगर-फ्री और कैलोरी फ्री होने के बावजूद सेहत के लिए नुकसानदायक (diet coke side effects) क्यों हैं? चलिए हम आपको बतातें है. दरअसल, डाइट में आर्टिफिशियल शुगर (एस्पार्टेम या सुक्रालोज) होती है. ये शुगर दांतों को डैमेज और वजन बढ़ने के खतरे को बढ़ा सकती हैं. इसके अलावा, डाइट कोक में एसिड और कैफीन होता है, जो भी दांतों को नुकसान, दिल की तेज धड़कन और हाई ब्लड प्रेशर के कारण बन सकते हैं.

कई अध्ययनों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इसकी खपत से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिमों पर चिंता व्यक्त की है. एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग आर्टिफिशियल शुगर का सेवन करते हैं, उनमें टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है. फ्रांसीसी वैज्ञानिकों ने 9 वर्षों तक एक लाख से अधिक लोगों की डाइट और सेहत का विश्लेषण किया. इस अध्ययन में विशेषज्ञों ने पाया कि जो लोग प्रतिदिन 16 से 18 मिलीग्राम आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करते हैं, उनमें कम खाने वालों की तुलना में डायबिटीज विकसित होने की संभावना 69 प्रतिशत अधिक होती है.

साइलेंट किलर है डाइट कोक
कुछ लोग डाइट कोक को एक हेल्दी विकल्प मानते हैं, लेकिन शोध और अध्ययनों ने इसके संभावित स्वास्थ्य खतरों पर प्रकाश डाला है. डाइट कोक में एस्पार्टेम नाम एक आर्टिफिशियल शुगर होता है. कुछ अध्ययनों से पता चला है कि एस्पार्टेम सिरदर्द, चक्कर आना और यहां तक कि कुछ पुरानी बीमारियों के जोखिम से जुड़ा हो सकता है.

डाइट कोक पीने से होने वाली अन्य समस्याएं

  • वजन बढ़ना: आर्टिफिशियल शुगर भूख बढ़ा सकती है, जिससे आप अधिक खा सकते हैं. इससे वजन बढ़ सकता है.
  • दिल की बीमारी: कैफीन दिल की गति और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है. इससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है.
  • नींद की समस्या: कैफीन नींद में हस्तक्षेप कर सकता है. इससे अनिद्रा और अन्य नींद की समस्याएं हो सकती हैं.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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