Manmohan Singh: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार को निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ कर दिया गया. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार स्थल और स्मारक को लेकर देश में एक नई बहस पैदा कर दी है. कांग्रेस लगातार बीजेपी पर मनमोहन सिंह का अपमान करने का आरोप लगा रही है. इसी बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बहुत बड़ा दावा किया है. जानें पूरा मामला. देखे वीडियो.
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Jairam Ramesh On Manmohan singh: भारत के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक पर मचा बवाल अभी शांत ही नहीं हुआ था कि कांग्रेस के सचिव जयराम रमेश ने एक बहुत बड़ा दावा कर दिया है. न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए एक इंटरव्यू में जयराम रमेश ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के बाद रविवार को बात की. बातचीत में रमेश ने कई बातें बताई. लेकिन एक दावा बहुत गंभीर था.
जयराम रमेश का क्या है दावा?
जयराम रमेश ने इंटरव्यू में बताया कि पहली बार 2024 में जब मनमोहन सिंह देश के पीएम बने तो उस समय बीजेपी के नेता मनमोहन सिंह से ठीक से बात नहीं करते थे. रमेश ने बताया कि बीजेपी नेताओं को उम्मीद ही नहीं थी कि मनमोहन सिंह देश के पीएम बनेंगे. बीजेपी के नेता जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलने आते तो उनके सामने फाइलें फेंक देते थे. जिसके बाद मनमोहन सिंह फाइलों को सहेज कर बड़े शालीनता से नेताओं से बात करते थे. आइए देखते हैं वह वीडियो, जिसमे जयराम रमेश ने मनमोहन सिंह पर बात करते हुए इस बात का भी किया दावा.
आप देखें वीडियो:-
#WATCH | Delhi | On former PM Dr Manmohan Singh, Congress leader Jairam Ramesh says, "Those who are in power today, who have been singing Dr Manmohan's praises and remembering his contributions for the last two days, should see Dr Manmohan Singh's personality... His 4-minute… pic.twitter.com/cQPI0yOSKs
— ANI (@ANI) December 29, 2024
जयराम रमेश ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में आगे बताया "जो लोग आज सत्ता में हैं, जो पिछले दो दिनों से डॉ. मनमोहन की प्रशंसा कर रहे हैं और उनके योगदान को याद कर रहे हैं, उन्हें डॉ. मनमोहन सिंह के व्यक्तित्व को देखना चाहिए. नोटबंदी पर उनके 4 मिनट के भाषण ने सरकार को हिला दिया था. जब वे विपक्ष में थे तो उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं कहा लेकिन जब उन्होंने बोला तो सभी ने सुना. जयराम रमेश ने कहा कि जैसे लाला बहादुर शास्त्री के बारे में कहा जाता है कि वे बिना किसी दुश्मन के व्यक्ति थे, मैं डॉ. मनमोहन सिंह के बारे में भी यही कह सकता हूं."