मुल्तानी मिट्टी एक नेचुरल उपाय है जिसे चेहरे की देखभाल के लिए सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है. इसे फेस मास्क के रूप में उपयोग करने से त्वचा को ठंडक और ताजगी मिलती है.
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मुल्तानी मिट्टी एक नेचुरल उपाय है जिसे चेहरे की देखभाल के लिए सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है. इसे फेस मास्क के रूप में उपयोग करने से त्वचा को ठंडक और ताजगी मिलती है. मुल्तानी मिट्टी विशेष रूप से ऑयली स्किन के लिए फायदेमंद मानी जाती है, क्योंकि यह चेहरे से एक्स्ट्रा ऑयल और गंदगी को निकालने में मदद करती है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर किसी के लिए मुल्तानी मिट्टी का उपयोग सही नहीं होता? जी हां, कुछ लोगों के लिए मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल स्किन की समस्याओं को और भी बढ़ा सकता है. आइए विस्तार में जानते हैं कि किन लोगों को मुल्तानी मिट्टी नहीं लगानी चाहिए.
1. सेंसिटिव स्किन
सेंसिटिव स्किन वालों को मुल्तानी मिट्टी का उपयोग करने से बचना चाहिए. मुल्तानी मिट्टी की नेचुरल ऑब्जर्बर क्षमता और इसका ड्राई प्रभाव सेंसिटिव स्किन पर जलन, खुजली और लालिमा पैदा कर सकता है. अगर आपकी स्किन ज्यादा प्रतिक्रिया करती है या कोई प्रोडक्ट इस्तेमाल करने पर आसानी से रैशेज आ जाते हैं, तो मुल्तानी मिट्टी आपके लिए सुरक्षित नहीं हो सकती है. इस स्थिति में, आपको पहले स्किन एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए.
2. ड्राई स्किन
अगर आपकी स्किन पहले से ही ड्राई है, तो मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करने से स्थिति और खराब हो सकती है. मुल्तानी मिट्टी स्किन से नमी को सोख लेती है, जिससे ड्राई स्किन और ज्यादा ड्राई हो जाती है. इससे स्किन में खिंचाव, खुजली और यहां तक कि फटेपन की समस्या भी हो सकती है. ड्राई स्किन वालों को मुल्तानी मिट्टी से बचना चाहिए या यदि उपयोग करना ही है तो इसे दही या गुलाब जल जैसे मॉइश्चराइजिंग एजेंट्स के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें.
3. एक्ने-प्रोन स्किन
मुल्तानी मिट्टी आमतौर पर तैलीय और मुंहासे वाली स्किन के लिए उपयोगी मानी जाती है, लेकिन अगर आपकी स्किन पर एक्टिव एक्ने या इंफेक्शन है, तो इसका उपयोग करने से आपको परेशानी हो सकती है. मुल्तानी मिट्टी का कठोर प्रभाव स्किन पर और भी सूजन पैदा कर सकता है. इसके अलावा, मुल्तानी मिट्टी चेहरे पर लगाने से इंफेक्शन फैल सकता है, जो मुंहासों को और गंभीर बना सकता है.
4. एलर्जी से प्रभावित लोग
कुछ लोगों की स्किन मुल्तानी मिट्टी के तत्वों से एलर्जी भी कर सकती है. अगर आपने कभी मुल्तानी मिट्टी का उपयोग नहीं किया है और पहली बार इस्तेमाल कर रहे हैं, तो एक पैच टेस्ट जरूर करें. पैच टेस्ट में थोड़ा सा मुल्तानी मिट्टी चेहरे के किसी छोटे हिस्से पर लगाएं और 24 घंटे तक प्रतीक्षा करें. अगर स्किन पर खुजली, लालिमा, जलन या किसी प्रकार की एलर्जी होती है, तो मुल्तानी मिट्टी का उपयोग न करें.
5. स्किन रोग वाले लोग
जिन लोगों को स्किन संबंधी गंभीर समस्याएं हैं, जैसे कि एक्जिमा (Eczema) या सोरायसिस (Psoriasis), उन्हें मुल्तानी मिट्टी का उपयोग नहीं करना चाहिए. मुल्तानी मिट्टी स्किन को सुखाने का काम करती है, जो इन स्थितियों में और भी जलन और खुजली पैदा कर सकता है. इससे स्किन की हालत और खराब हो सकती है और इलाज में मुश्किलें आ सकती हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.