Hypothermia: दिल व नर्वस सिस्टम के काम में रुकावट डालता है शरीर का कम तापमान, इन लक्षणों को ना करें अनदेखा
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Hypothermia: दिल व नर्वस सिस्टम के काम में रुकावट डालता है शरीर का कम तापमान, इन लक्षणों को ना करें अनदेखा

Hypothermia Symptoms: जब आप लंबे समय तक बहुत ठंडे तापमान के संपर्क में रहते हैं, तो आपके शरीर के तापमान में खतरनाक गिरावट आती है. इससे आपकी जान भी जा सकती है.

प्रतिकात्मक तस्वीर

Hypothermia Symptoms: लंबे समय तक ठंडे तापमान के संपर्क में रहने से हाइपोथर्मिया हो सकता है. ऐसी स्थिति तब होती है जब शरीर का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है. शरीर का सामान्य तापमान लगभग 37 डिग्री सेल्सियस होता है. जब आप लंबे समय तक बहुत ठंडे तापमान के संपर्क में रहते हैं, तो आपके शरीर के तापमान में खतरनाक गिरावट आती है. यह ठंडे पानी में डुबकी लगाने या बारिश में भीगने से भी हो सकता है. हाइपोथर्मिया एक मेडिकल इमरजेंसी है और तुरंत डॉक्टर के पास ले जाने की आवश्यकता होती है. 

हाइपोथर्मिया के लक्षण
यूएस सीडीसी के अनुसार, हाइपोथर्मिया के संकेतों और लक्षणों में कंपकंपी, थकावट या बहुत थकान महसूस होना, भ्रम, हाथों का फड़कना, मेमोरी लॉस, अस्पष्ट भाषण और ज्यादा सोना शामिल हैं. ठंडे बेडरूम में सोने वाले शिशुओं को हाइपोथर्मिया का ज्यादा खतरा होता है. चमकदार लाल, ठंडी स्किन और बहुत कम एनर्जी जैसे चेतावनी लक्षणों पर ध्यान दें.

हाइपोथर्मिया के लक्षण दिखने पर क्या करें?
यदि आप हाइपोथर्मिया के लक्षणों में से कोई भी नोटिस करते हैं, तो व्यक्ति के तापमान की जांच करें. यदि यह 35 डिग्री सेल्सियस (95 डिग्री फारेनहाइट) से कम है, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें. मेडिकल टीम के आने से पहले, आप व्यक्ति को गर्म करने में मदद कर सकते हैं. व्यक्ति को गर्म करने के लिए आप ये चीजें कर सकते हैं-

  • पीड़ित को जल्द से जल्द गर्म कमरे में ले जाएं
  • पीड़ित ने जो गीले कपड़े पहने हैं उन्हें तुरंत हटा दें
  • छाती, गर्दन, सिर और कमर सहित पीड़ित के शरीर को गर्म करने की कोशिश करें.
  • पीड़ित को कुछ गर्म ड्रिंक पीने को दें, ताकि शरीर के तापमान को बढ़ाने में मदद मिल सके. लेकिन यदि व्यक्ति बेहोश है, तो उसे पीने की चीज न दें.
  • इससे पहले कि उचित मेडिकल हेल्प मिल सके, पीड़ित के शरीर को एक गर्म कंबल में लपेट कर रखें.

यदि हाइपोथर्मिया से पीड़ित व्यक्ति मरने की हालत में पहुंच जाए, तो तुरंत उसे सीपीआर देना शुरू करें. और तब तक दें, जब तक कि व प्रतिक्रिया न दे या मेडिकल टीम ना आ जाए.

हाइपोथर्मिया में क्या होता है?
शरीर के तापमान में गिरावट दिल, नर्वस सिस्टम और अन्य अंगों के सामान्य कामकाज को बाधित कर सकती है. हाइपोथर्मिया का इलाज नहीं किया गया तो यह दिल और रेस्पिरेटरी सिस्टम का फेल कारण बन सकता है, जिससे मौत हो सकती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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