आज के दौर में, सेहतमंद लाइफस्टाइल अपनाने की बातें तो हर कोई करता है, लेकिन जब मीठे का स्वाद लेने की बात आती है, तो कई लोग चीनी का सहारा लेने से पीछे नहीं हटते.
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आज के दौर में, सेहतमंद लाइफस्टाइल अपनाने की बातें तो हर कोई करता है, लेकिन जब मीठे का स्वाद लेने की बात आती है, तो कई लोग चीनी का सहारा लेने से पीछे नहीं हटते. डायबिटीज मरीजों के लिए तो चीनी सख्त मनाही है, ऐसे में कई लोग आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल करते हैं.
सिर्फ डायबिटीज के मरीज ही नहीं, आजकल लोग वजन कम करने के लिए आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल कर रहे हैं. ये स्वीटनर चीनी की तुलना में कई गुना ज्यादा मीठे होते हैं, लेकिन इनमें कैलोरी नहीं होती है. लेकिन क्या सचमुच ये सेहत के लिए फायदेमंद हैं?
आर्टिफिशियल स्वीटनर क्या होते हैं?
आर्टिफिशियल स्वीटनर रसायनिक पदार्थ होते हैं जो चीनी की तरह मीठे होते हैं, लेकिन इनमें कैलोरी नहीं होती है. ये स्वीटनर शरीर द्वारा पचाए नहीं जाते हैं, इसलिए इनका ब्लड शुगर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.
आर्टिफिशियल स्वीटनर के प्रकार
सक्केरिन: यह सबसे पुराना और सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला आर्टिफिशियल स्वीटनर है.
एस्पार्टेम (Aspartame): यह सोडा और जूस जैसे ड्रिंक्स में पाया जाता है.
सुक्रालोज (Sucralose): यह चीनी से 600 गुना ज्यादा मीठा होता है.
एडेसिव (Adesive): यह स्टीविया पौधे से निकाला जाता है. यह नेचुरल रूप से मीठा होता है, लेकिन कुछ लोगों को इसका स्वाद कड़वा लग सकता है.
आर्टिफिशियल स्वीटनर के फायदे
* इनमें कैलोरी नहीं होती है, इसलिए ये वजन कम करने में मदद कर सकते हैं.
* डायबिटीज मरीजों के लिए ये फायदेमंद हो सकते हैं क्योंकि इनका ब्लड शुगर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.
* दांतों के लिए इनका नुकसान कम होता है क्योंकि ये बैक्टीरिया को पनपने में मदद नहीं करते हैं.
आर्टिफिशियल स्वीटनर के नुकसान
* कुछ अध्ययनों से पता चला है कि आर्टिफिशियल स्वीटनर डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकते हैं.
* इनसे भूख बढ़ सकती है और वजन बढ़ सकता है.
* इनके सेवन से सिरदर्द, थकान, पेट में दर्द और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
* गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए इनका सेवन सुरक्षित नहीं माना जाता है.
निष्कर्ष
आर्टिफिशियल स्वीटनर चीनी का एक लोकप्रिय विकल्प हैं, लेकिन इनके कुछ संभावित नुकसान भी हैं. इनका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए और यदि आपको कोई सेहत से जुड़ी समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.