90 Hours Work Week: देश में फिल्हाल 90 ऑवर वर्क वीक का मुद्दा सुर्खियों में हैं. सप्ताह में 90 घंटे का मतलब एक दिन में 15 घंटे काम करना है. लेकिन ऐसा करना सेहत के लिए नुकसानदायक है. इस खबर में हम आपको 90 ऑवर वर्क वीक के सेहत में पड़ने वाले नुकसान के बारे में बताएंगे.
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सोशल मीडिया पर कर्मचारियों के वर्क ऑवर पर बहस छिड़ गई है. दरअसल इंजीनियरिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) के Chairman एस एन सुब्रह्मण्यन ने अपने कर्मचारियों को सप्ताह में 90 घंटे काम करने की सलाह दी, जिसके बाद भारत में बहस छीड़ गई. भारत में कर्मचारियों का वर्क ऑवर एक बड़ा मुद्दा है. पहले भी इंफोसिस को-फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति के सप्ताह में 70 घंटे काम करने के बयान पर बहल छिड़ गई थी.
सप्ताह में 90 घंटे काम करना, मतलब 1 वीकली ऑफ के साथ 1 दिन में 15 घंटे काम करना. ऐसा करना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों के लिए ही नुकसानदायक है. आज के डिजिटल दौर में लगभग हर व्यक्ति को लंबे वक्त तक कुर्सी पर बैठ कर काम करना पड़ता है. डेस्क वर्क करने वाले लोगों के लिए 15 घंटे चेयर पर बैठे रहना कई बीमारियों का कारण बन सकता है. इस खबर में हम आपको उन बीमारियों के बारे में बताएंगे.
डॉ. इमरान अहमद ने कहा लंबे समय तक कुर्सी पर बैठने से कई शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं. लंबे समय तक बैठने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है, जिससे पीठ और गर्दन में दर्द हो सकता है. वहीं लंबे समय तक बैठे रहने से कंधों में जकड़न की समस्या हो जाती है. साथ ही ज्यादा देर बैठने से वजन बढ़ने की भी संभावना बढ़ जाती है. इतने ज्यादा देर बैठकर काम करने से तनाव भी बढ़ जाता है. इसके साथ-साथ हृदय संबंधी बीमारियां, मधुमेह, पेट की समस्याएं भी हो सकती हैं.
ऐसे स्थिति में कुछ बातों का ध्यान रखने से हम कई बीमारियों से बच सकते हैं. जैसे- हर आधे-एक घंटे में 5 से 10 मिनट का ब्रेक लें. इससे थकाम कम होगी और बॉडी में ब्लड फ्लो बना रहेगा. इतने देर कुर्सी में बैठना है तो बेहतर रहेगा कि आप अच्छी कर्सी का इस्तेमाल करें. ज्यादा मात्रा में पानी पीएं, ऐसा करने से ना सिर्फ मेटाबॉलिज्म बेहतर होगी, बल्कि शरीर में ताजगी बनी रहेगी.
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.