January Weather: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ने अपनी भविष्यवाणी में बताया है कि भारत के अधिकांश भागों में जनवरी का तापमान सामान्य से गर्म रहने की संभावना है. इसके साथ ही आईएमडी ने यह भी बताया है कि जनवरी से मार्च के दौरान उत्तर भारत में बारिश सामान्य से कम रहने की संभावना है.
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IMD Weather Forecast: दिसंबर के महीने में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में लोगों को कड़ाके की ठंड (Cold Wave) का सामना करना पड़ा. अब जनवरी के महीने में कंपकंपी वाली ठंड पड़ेगी या तापमान बढ़ेगा? नया साल शुरू होने के साथ ही भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बता दिया है कि जनवरी के महीने में मौसम (January Weather) कैसा रहेगा. मौसम विभाग ने अपनी भविष्यवाणी में बताया है कि भारत के अधिकांश भागों में जनवरी का तापमान सामान्य से गर्म रहने की संभावना है.
किन-किन इलाकों में तापमान रहेगा सामान्य से ज्यादा?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार (1 जनवरी) को कहा कि पूर्वी, उत्तर-पश्चिम और पश्चिम-मध्य क्षेत्रों के कुछ इलाकों को छोड़कर जनवरी में भारत के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप के मध्य भागों को छोड़कर देश के अधिकतर भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. उन्होंने कहा कि मध्य भारत के पश्चिमी और उत्तरी भागों में जनवरी के दौरान शीतलहर दिवस सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
जनवरी से मार्च तक सामान्य से कम होगी बारिश
आईएमडी ने कहा कि जनवरी से मार्च के दौरान उत्तर भारत में बारिश सामान्य से कम रहने की संभावना है, जो दीर्घावधि औसत (एलपीए) के 86 प्रतिशत से भी कम होगी. साल 1971-2020 के आंकड़ों के आधार पर, इस अवधि के दौरान उत्तर भारत में औसत वर्षा का स्तर लगभग 184.3 मिमी है. पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जैसे उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी राज्य सर्दियों (अक्टूबर से दिसंबर) में गेहूं, मटर, चना और जौ सहित रबी फसलों की खेती करते हैं और गर्मियों (अप्रैल से जून) में उनकी कटाई करते हैं. सर्दियों के दौरान पश्चिमी विक्षोभ के कारण होने वाली वर्षा, उनकी खेती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
कुंभ मेले से ठीक पहले प्रयागराज में गिरेगा तापमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि कुंभ मेले की शुरुआत से पहले नौ जनवरी के बाद प्रयागराज में तापमान के सामान्य से नीचे जाने की संभावना है. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि विभाग कुंभ मेले के लिए विशेष मौसम अपडेट उपलब्ध कराएगा. इस मेले का 14 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजन होगा. उन्होंने कहा, 'हम विस्तृत जानकारी एकत्र कर रहे हैं और सटीक पूर्वानुमान के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. कुंभ मेले के मौसम संबंधी अपडेट के लिए एक समर्पित वेबपेज भी विकसित किया जा रहा है.' महापात्र ने कहा कि प्रयागराज में नौ जनवरी तक सामान्य से अधिक न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है, लेकिन उसके बाद न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने का अनुमान है.
भारत में 1901 के बाद से 2024 सबसे गर्म साल
साल 2024 भारत में 1901 के बाद से सबसे गर्म वर्ष रहा, जिसमें औसत न्यूनतम तापमान दीर्घावधि औसत से 0.90 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि 2024 में पूरे भारत में वार्षिक औसत भूमि सतही वायु तापमान दीर्घकालिक औसत (1991-2020 अवधि) से 0.65 डिग्री सेल्सियस अधिक था. साल 2024 अब 1901 के बाद से सबसे गर्म वर्ष के रूप में दर्ज किया गया है. इसने 2016 को पीछे छोड़ दिया है, जिसमें औसत भूमि सतही वायु तापमान सामान्य से 0.54 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया था. यूरोपीय जलवायु एजेंसी ‘कोपरनिकस’ के अनुसार, 2024 संभवतः अब तक का सबसे गर्म वर्ष होगा और यह ऐसा पहला वर्ष होगा जब वैश्विक औसत तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा होगा.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)