उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को लेकर गरमायी सियासत, सत्र पर BJP-कांग्रेस का वार-पलटवार
Advertisement

उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को लेकर गरमायी सियासत, सत्र पर BJP-कांग्रेस का वार-पलटवार

गैरसैंण का मुद्दा एक बार फिर से उत्तराखंड में गरमाने लगा है. कांग्रेस पार्टी सवाल उठा रही कि गैरसैंण को भाजपा ने भले ही ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर दिया हो मगर कांग्रेस का आरोप है कि गैरसैंण के साथ गैर व्यवहार किया जा रहा है. आखिर गैरसैंण को लेकर सियासत क्यों गर्म आ रही है. 

उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को लेकर गरमायी सियासत, सत्र पर BJP-कांग्रेस का वार-पलटवार

राम अनुज/देहरादून: गैरसैंण का मुद्दा एक बार फिर से उत्तराखंड में गरमाने लगा है. कांग्रेस पार्टी सवाल उठा रही कि गैरसैंण को भाजपा ने भले ही ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर दिया हो मगर कांग्रेस का आरोप है कि गैरसैंण के साथ गैर व्यवहार किया जा रहा है. आखिर गैरसैंण को लेकर सियासत क्यों गर्म आ रही है. आइए जानते हैं.. 

सीएम त्रिवेंद्र रावत ने गैरसैंण को घोषित किया ग्रीष्मकालीन राजधानी 
4 मार्च 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया. भाजपा ने इसे ऐतिहासिक फैसला करार दिया क्योंकि उत्तराखंड राज्य आंदोलन के पहले से ही गैरसैंण को उत्तराखंड की राजधानी बनाने की मांग चल रही थी. गैरसैण उत्तराखंड के जन भावनाओं से जुड़ा रहा है. आपको बता दें कि 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ. मगर 20 साल तक उत्तराखंड को स्थाई राजधानी नहीं मिल पाई थी. ऐसे में भाजपा ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया. 

कांग्रेस पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि सरकार को बताना चाहिए कि ग्रीष्मकालीन राजधानी में ना तो सत्र हो रहा है और ना ही वहां पर अधिकारी बैठ रहे हैं. ऐसे में ग्रीष्मकालीन राजधानी बना कर क्या होगा, क्योंकि कांग्रेस पार्टी का कहना है कि गैरसैंण विधानसभा का भवन तो कांग्रेस पार्टी ने बनवाया था भाजपा ने क्या किया?

वहीं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष खजान दास का कहना है कि गैरसैंण को भाजपा ने ही ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित की गैरसैंण के विकास को लेकर आर्थिक पैकेज की घोषणा की और आसपास के क्षेत्रों का विकास के लिए एक प्लान भी तैयार किया गया. गैरसैंण में सत्र भी होता है और अधिकारियों का भी आना जाना रहता है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी के पास अब कोई मुद्दा नहीं है. उनका कहना है कि इस बार भी गैरसैंण सत्र होता लेकिन प्रदेश में चार धाम यात्रा चल रही है और ऐसे यात्रियों को कोई असुविधा ना हो उसके मद्देनजर सत्र को देहरादून में किया गया. 

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष खजान दास कहना है कि जिस तरह पूरे क्षेत्र के विकास को लेकर भाजपा काम कर रही है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि गैरसैंण को लेकर आज कांग्रेस पार्टी ने कोई फैसला नहीं किया है. फिलहाल जिस तरह से भाजपा ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है. ऐसे में उम्मीद की जा रही हैं आने वाले दिनों में गैरसैंण में विधानसभा का भाजपा सत्र भी कराएगी और वहां के विकास को लेकर रोड पर भी तैयार करेगी. मगर देखना होगा कि गैरसैंण को लेकर अभी और किस तरह की सियासत प्रदेश में होती है?

WATCH LIVE TV

 

 

Trending news