Hemkund Sahib: समय से 5 दिन पहले खोले जाएंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, उत्तराखंड का विश्वप्रसिद्ध गुरुद्वारा
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Hemkund Sahib: समय से 5 दिन पहले खोले जाएंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, उत्तराखंड का विश्वप्रसिद्ध गुरुद्वारा

 उत्तराखंड (Uttarakhand) चमोली में स्थित विश्व के सबसे ऊंचाई  पर बने हेमकुंड सहित (Hemkund Sahib) के कपाट समय से पांच दिन पहले ही खोले जा रहे हैं.

Hemkund Sahib: समय से 5 दिन पहले  खोले जाएंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, उत्तराखंड का विश्वप्रसिद्ध गुरुद्वारा

पुष्कर चौधरी/ चमोली: उत्तराखंड (Uttarakhand) चमोली में स्थित विश्व के सबसे ऊंचाई  पर बने हेमकुंड सहित (Hemkund Sahib) के कपाट समय से पांच दिन पहले ही खोले जा रहे हैं. अब श्रद्धालुओं को जल्द ही हेमकुंड सहित गुरुद्वारे के दर्शन करने का मौका मिलेगा. 

इस दिन खुलेंगे कपाट 
चमोली उत्तराखण्ड के पांचवें धाम श्री हेमकुंड साहिब जी के कपाट खोलने की तारीख टी की जा चुकी है. आपको बता दें कि श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 20 मई को आम श्रद्धालुओं के लिये खोल दिये जायेंगे. इस बार श्री हेमकुंड साहिब के कपाट पाँच दिन पहले ही  खोले जा रहे हैं.  जबकि हर वर्ष हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खोले जाते थे और 10 अक्टूबर को बंद होते हैं. 

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20 मई 11 बजे से शुरू होंगे दर्शन 
आपको बता दें कि इस बार बर्फ काम गुरे के कारण ट्रस्ट ने श्री हेमकुंड साहिब के दरबार को समय से 5 दिन पहले खोलने का निर्णय इया है. यानि कि अब गुरुद्वारे के कपाट 20 मई सुबह 11 बजे से आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे.  

श्रृद्धालुओं की सुविधाओं का रखा जा रहा ध्यान 
श्री हेमकुण्ड साहिब मैनजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष सरदार नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा ने उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव डॉ० एस. एस. संधु से मुलाकात की. उन्होंने बताया की श्रृद्धालुओं की सुगम यात्रा के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही बताया कि यात्रा मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य भारतीय सेना के जवानों द्वारा 20 अप्रैल को घांघरिया से शुरू किया जायेगा. श्री हेमकुण्ड साहिब की पावन यात्रा एवं गुरू महाराज के सम्मुख मत्था टेकने के लिये प्रतिवर्ष देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रृद्धालु आते हैं. संगतों की संख्या में बढ़ोत्तरी को देखते हुए गुरूद्वारा ट्रस्ट के मुख्य पड़ावों में विश्राम हेतु कमरों व हॉल इत्यादि का भी निर्माण किया गया है। इसके अलावा श्रृद्धालुओं की अन्य सुख-सुविधाओं जैसे कि लंगर पानी, डॉक्टरी सहायता आदि का भी विशेष ध्यान रखते हुए ट्रस्ट द्वारा यात्रा की सभी तैयारियां लगभग पूर्ण की जा चुकी है

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