Gorakhpur: गोरखपुर की इंजीनियरिंग की दो छात्राओं ने एक ऐसी स्मार्ट राखी बनाई है जो इमरजेंसी में पुलिस और परिवार को अलर्ट देगी. छात्राओं ने शानदार लुक और बेहतर प्रमोशन देने के लिए इस स्मार्ट राखी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की फोटो भी लगाई है.
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विनय सिंह/गोरखपुर: रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है. इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उसके स्वस्थ जीवन की कामना करती हैं. वहीं भाई बहन की आजीवन रक्षा करने का वादा करता है. वहीं, गोरखपुर आईटीएम गीडा की दो छात्राओं ने कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाली पूजा यादव और विजया रानी ओझा ने ऐसी स्मार्ट राखी बनाई है जो आपातकाल समय में या दुर्घटना में भाई की मदद के लिए एंबुलेंस पुलिस और परिवार को सूचना दे देगी.
संत कबीर नगर और बिहार की छात्राओं ने किया कमाल
संत कबीर नगर निवासी किसान पिता धनुषधारी की पुत्री पूजा यादव और बिहार निवासी नीरज कुमार ओझा की पुत्री विजया रानी दोनों अच्छी दोस्त हैं. रक्षा बंधन को देखकर उसने सोचा कि इस बार चलो कुछ अलग करते हैं, दोनों छात्राओं ने कहा कि उन्होंने राखी के महत्व के बारे में कहानियां सुनी हैं, इसे सही ठहराने के लिए स्मार्ट राखी बनाई है.
राखी में तीन नंबर सेट कर सकते हैं
पूजा और विजया रानी ने मिलकर एक ऐसी राखी बनाई है जो आपात स्थिति में फंसी बहन और भाई दोनों की रक्षा करने में मदद करेगी. भाई की कलाई पर स्मार्ट राखी बांधकर आप अपने मोबाइल के ब्लूटूथ से जोड़कर अपने परिवार के तीन नंबर, एंबुलेंस या पुलिस को स्मार्ट राखी सॉफ्टवेयर में सेट कर सकते हैं, इसके साथ ही आप इस सॉफ्टवेयर में अपने ब्लड ग्रुप, मेडिकल संबंधी जानकारी भी सेव कर सकते हैं.
एक क्लिक पर चला जाएगा मैसेज
स्मार्ट राखी में एक बटन है, जो मुसीबत की घड़ी में दबाए जाने पर परिवार, पुलिस और एंबुलेंस, चिकित्सक को मैसेज के साथ लोकेशन भेजेगा, यह उस व्यक्ति की मदद करेगा जो समय पर मुसीबत में है, दुर्घटना के समय भी यह राखी बिना मोबाइल हाथ में लिए एम्बुलेंस, परिवार के सदस्यों और चिकित्सक को लोकेशन के साथ कॉल कर सकती है.
राष्ट्रपति और सीएम की फोटो
वहीं छात्राओं ने शानदार लुक और बेहतर प्रमोशन देने के लिए इस स्मार्ट राखी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की फोटो भी लगाई है. छात्राओं का मानना है कि इससे उनकी राखी के प्रचार में और मदद मिलेगी.
बाजार में लाने की कोशिश करेंगे
दोनों छात्रों ने बताया कि इस इनोवेशन को स्मार्ट डिजिटल राखी कहा जाता है, इसे स्वीकृति के लिए कॉलेज भेजा गया है. एक बार स्वीकृत होने के बाद, इसे हमेशा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, तो इसका नाम स्मार्ट मेडिकल राखी रखा जाएगा.
चार्ज होने पर 12 घंटे का बैकअप, 900 रुपये का खर्च
इसे बनाने में 900 रुपए का खर्च आया है. इसमें ब्लूटूथ और बैटरी के अलावा नैनो पार्ट्स का इस्तेमाल किया गया है. यह एक बार चार्ज होने पर तकरीबन 12 घंटे का बैकअप देगा. इसे गाड़ी चलाने पर ब्लूथूट से अटैच किया जा सकता है. साथ ही बताया की इस राखी को बनाने में करीब 4-5 दिन लगे इस राखी के लिए डिवाइस ब्लूटूथ 3.0 रिसीवर मॉड्यूल, 3.71-4 वोल्टेज बैटरी, (माइक्रो यूएसबी और स्विच) का उपयोग करता है.