बता दें कि पहले साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक नमो भारत ट्रेन का उद्धाटन 29 दिसंबर को होना था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद कार्यक्रम टल गया था.
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी हवाई मार्ग से हिंडन एयरबेस पहुंचेंगे. यहां से सड़क मार्ग से होते हुए साहिबाबाद पहुंचेंगे. इसके बाद नमो भारत ट्रेन का टिकट लेकर आनंद विहार पहुंचेंगे. यहीं पर पीएम मोदी उद्घाटन करेंगे.
हिंडन एयरबेस से नमो भारत ट्रेन का साहिबाबाद स्टेशन तक करीब 6 किलोमीटर लंबा रूट ग्रीन कॉरिडोर में तब्दील कर दिया जाएगा. पीएम मोदी का काफिला इसी रूट से गुजरेगा.
साहिबाबाद से न्यू आनंद विहार तक नमो भारत ट्रेन के उद्घाटन कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो सकते हैं.
साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक रैपिड रेल चलने से रोजाना सफर करने वालों को सबसे ज्यादा फायदा होगा. साथ ही नोएडा और दिल्ली में किराये पर रह रहे लोगों को भी फायदा होगा.
न्यू अशोक नगर तक नमो भारत रैपिड रेल चलने से नोएडा-दिल्ली में किराये पर रहने वाले लोग हजारों रुपये रेंट देने से बच जाएंगे. घर से ही अप-डाउन कर सकेंगे.
साहिबाबाद और न्यू अशोक नगर के बीच नमो भारत रैपिड रेल चलने से NCRTC का दायरा बढ़कर 54 किलोमीटर का हो जाएगा. मेरठ से सीधे लोग नोएडा-दिल्ली आ सकेंगे.
अभी तक रैपिड रेल साहिबाबाद से मेरठ साउथ स्टेशन तक संचालित हो रही है. यहां तक सफर करने में 20 से 25 मिनट का समय लग रहा है.
मेरठ साउथ स्टेशन से न्यू अशोक नगर स्टेशन तक सफर करने में 35 से 40 मिनट का समय लगेगा. इसका मतलब रोजाना सफर करने वालों को समय की बचत होगी.
अभी रैपिड रेल का संचालन करीब 42 किलोमीटर साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक हो रहा है. न्यू अशोक नगर तक चलने पर यह सफर 54 किलोमीटर का हो जाएगा.
न्यू अशोक नगर तक रैपिड रेल चलने से दिल्ली और नोएडा के यात्रियों को सहूलियत मिलने लगेगी. न्यू अशोक नगर स्टेशन को ऐसे डिजाइन किया गया है कि यह दिल्ली मेट्रो के ब्लू लाइन से सीधे जुड़ जाएगा.
न्यू अशोक नगर रैपिड रेल स्टेशन को न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन से जोड़ने के लिए 90 मीटर का फुट ओवरब्रिज भी बनाया जा रहा है. इससे मेरठ और नोएडा के बीच यात्रियों के लिए कनेक्टिविटी में सुधार होगा.
न्यू अशोक नगर में 600 वाहनों की क्षमता वाले दो पार्किंग क्षेत्र बनाए जा रहे हैं. साथ ही स्टेशन पर ही खाने-पीने के भी स्टॉल लगाए जाएंगे.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.