बूढ़ी मां का इंतजार मोदी सरकार ने किया खत्‍म, सऊदी अरब से 4 महीने बाद बाराबंकी आया बेटे का शव, ऐसे हुई थी मौत
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बूढ़ी मां का इंतजार मोदी सरकार ने किया खत्‍म, सऊदी अरब से 4 महीने बाद बाराबंकी आया बेटे का शव, ऐसे हुई थी मौत

Barabanki News : अपने रिश्तेदार के साथ सऊदी अरब में काम करने गए युवक से जब घर वालों का संपर्क टूटा तो घर वालों की चिंता बढ़ी. कुछ दिनों के बाद रिश्तेदार से पता चला की युवक की मौत हो चुकी है. मोदी सरकार के हस्‍तक्षेप के बाद शव बाराबंकी आ सका.  

फाइल फोटो

नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी : सऊदी अरब में रोजी-रोटी के लिए कमाने गए अनुज नाम के बाराबंकी के एक युवक की वहां करीब साढ़े चार महीने पहले मौत हो गई. अपने रिश्तेदार के साथ सऊदी अरब में काम करने गए अनुज से जब घर वालों का संपर्क टूटा तो घर वालों की चिंता बढ़ी. कुछ दिनों के बाद रिश्तेदार से पता चला की अनुज की मौत हो चुकी है. 

बेटे का शव लाने के लिए लगा रही थी फरियाद 
इसके बाद बूढ़ी मां और घर वालों पर मानो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा हो. घर वाले बेटे के शव के लिए जगह-जगह फरियाद लगा रहे थे, जब यह मामला सांसद तक पहुंचा तब जाकर केंद्र की मोदी सरकार ने मामले में हस्तक्षेप किया और सऊदी अरब सरकार ने साढ़े चार महीनों के बाद शव भारत भिजवाया. वहीं, बेटे का शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. 

रिश्‍तेदार के साथ गया था कमाने 
यह पूरा मामला तहसील हैदरगढ़ के ग्राम दुर्गा पुरवा मजरे बेहटा से जुड़ा है. यहां की रहने वाली राजकली ने जनवरी महीने में बाराबंकी के सांसद उपेन्द्र सिंह रावत के सामने फरियाद लगाई कि उनका 25 वर्षीय पुत्र अनुज अपने रिश्तेदार राधेश्याम के साथ सऊदी अरब कमाने गया था. रिश्तेदार राधेश्याम अमेठी जिले के इंहौना गांव का निवासी है. उन्होंने बताया कि सउदी अरब में राधेश्याम जहां काम करता था, वहां से अनुज के काम करने के स्थान की दूरी करीब 600 किलोमीटर थी.

दिसंबर से बंद होगी बात होनी 
राजकली के मुताबिक, अनुज सउदी अरब में डाकिल अल्जाफ नामक व्यक्ति के यहां काम करता था. डाकिल अल्जाफ के उपलब्ध कराए गए जिस मोबाइल नंबर से अनुज से बात होती थी, उस नंबर पर बीते दिसंबर महीने से अनुज से बात होनी बंद हो गई थी. वहीं, रिश्तेदार राधेश्याम से संपर्क करने पर पता चला कि अनुज की मौत हो चुकी, लेकिन उसने शव नहीं देखा है. अनुज का शव डा. वहाब के यहां शव रखा है.

विदेश मंत्री सऊदी अरब में बातचीत की 
इसको लेकर सांसद उपेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि उन्होंने विदेश मंत्री जय शंकर से दिल्ली में मुलाकात कर उन्हें पूरी बात बताई. इसपर विदेश मंत्री ने आश्वासन दिया और सऊदी अरब सरकार से बात की. कई स्तर पर वार्ता के बाद वहां की सरकार शव को अपने कब्जे में लेकर भारत भिजवाने के लिए राजी हुई. इसके बाद अब सांसद और विदेश मंत्री के प्रयास से साढ़े चार महीने के बाद अनुज का शव अपने घर आ सका. 

घर वालों ने पीएम मोदी और विदेश मंत्री का आभार जताया 
वहीं, दूसरी ओर शव देश आने की उम्मीद लगाए बैठी मृतक की मां राजकली और पिता प्यारेलाल सहित अन्य परिवारजन को पुत्र का शव मिला तो सभी ने सांसद उपेन्द्र सिंह रावत के साथ ही विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री के प्रति आभार जताया. इसके बाद सांसद उपेंद्र सिंह रावत, हैदरगढ़ विधायक दिनेश रावत और बीजेपी नेता नवीन सिंह राठौर की उपस्थिति में सऊदी अरब से आए अनुज के शव के बक्शे को खोला गया और पूरे विधि विधान से दाह संस्कार किया गया.

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