UP Latest News: यूपी में आगामी जिलाध्यक्ष चुनाव को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है. लखनऊ के पार्टी मुख्यालय पर नामांकन प्रक्रिया पर चर्चा की गई. इस दौरान 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारियों और रणनीतियों पर भी विचार-विमर्श किया गया.
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UP Hindi News: उत्तर प्रदेश में भाजपा के जिलाध्यक्षों के चुनाव को लेकर अहम निर्णय लिया गया है. लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में रविवार को आयोजित संगठन चुनाव प्रदेश कार्यशाला में तय किया गया कि जिलाध्यक्षों के लिए नामांकन प्रक्रिया 7 से 10 जनवरी के बीच पूरी की जाएगी.
संगठन चुनाव की तैयारियां और दिशा-निर्देश
राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने कहा कि भाजपा "मेरा संगठन" के विचार पर चलती है और इसी दृष्टिकोण से संगठन को बेहतर बनाने के लिए नेता और पदाधिकारी जिलों में रायसुमारी करें. उन्होंने बताया कि अब तक संगठनात्मक चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं और आगामी चरण में जिलाध्यक्षों का चुनाव होगा.
लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत संरचना
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने कहा कि भाजपा देश का ऐसा एकमात्र राजनीतिक दल है, जो संगठनात्मक लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करता है. बूथ स्तर के कार्यकर्ता भी अपनी योग्यता के बल पर शीर्ष पदों तक पहुंच सकते हैं. अब मंडल अध्यक्षों के चुनाव के बाद जिलाध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो रही है.
60 वर्ष से अधिक आयु वालों को नहीं मिलेगी जिम्मेदारी
प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि जिलाध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार की आयु 60 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया गया है कि उम्मीदवार भाजपा का सक्रिय सदस्य हो और दो बार सदस्यता ग्रहण कर चुका हो.
2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि संगठनात्मक चुनाव से 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए नेतृत्व तय होगा. उन्होंने भाजपा की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि पार्टी ने अनुच्छेद 370 की समाप्ति और राम मंदिर निर्माण जैसे संकल्प पूरे किए हैं.
जल्द पूरे होंगे मंडल अध्यक्षों के चुनाव
प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने बताया कि कई जिलों में मंडल अध्यक्षों का चुनाव हो चुका है और महिला, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति के कार्यकर्ताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. बचे हुए जिलों में भी जल्द चुनाव प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
इस कार्यशाला में कई वरिष्ठ नेता, जैसे रमापतिराम त्रिपाठी, स्वतंत्र देव सिंह, संजय भाटिया और संजीव चौरसिया मौजूद रहे. भाजपा की यह संगठनात्मक प्रक्रिया न केवल पार्टी की मजबूती का आधार है, बल्कि आगामी चुनावों में सफलता का मार्ग भी प्रशस्त करेगी.
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