बीजेपी 44 सालों में कैसे दो से 303 सीटों के शिखर पर पहुंची, यूपी ने दिए 2 पीएम और तीन राष्ट्रीय अध्यक्ष
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बीजेपी 44 सालों में कैसे दो से 303 सीटों के शिखर पर पहुंची, यूपी ने दिए 2 पीएम और तीन राष्ट्रीय अध्यक्ष

BJP 45TH foundation day 2024:  भारतीय जनता पार्टी का कल 45वां स्थापना दिवस है. 6 अप्रैल 1980 बनी इस पार्टी का परचम केंद्र और कई राज्यों में लहरा रहा है. आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश में पार्टी का सियासी कद कैसे बढ़ता चला गया. 

बीजेपी 44 सालों में कैसे दो से 303 सीटों के शिखर पर पहुंची, यूपी ने दिए 2 पीएम और तीन राष्ट्रीय अध्यक्ष

BJP 45TH foundation day 2024:  6 अप्रैल 1980 यह वह तारीख है, जब राजनीति में एक नए राजनीतिक दल का उदय होता है. नाम है भारतीय जनता पार्टी. बीजेपी का कल 45वां स्थापना दिवस है.पार्टी कार्यकर्ता जोश से भरे हैं. महज 44 साल पुरानी पार्टी ने ऐसी छाप छोड़ी कि बीते 10 साल से केंद्र की सत्ता पर काबिज है. इसके अलावा कई प्रदेशों में भगवा परचम लहरा रहा है. बीजेपी के स्थापना दिवस पर जानेंगे कि देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में पार्टी का सियासी कद कैसे बढ़ता चला गया. 

1991 में पहली बार मिली सत्ता 
साल 1991 यह वह समय था जब पूरे देश में राम मंदिर निर्माण को लेकर आंदोलन हो रहे थे. बीजेपी ने इस मुद्दे को जोरो-शोरों से उठाया था. रामलहर में भाजपा को कुल 425 विधानसभा सीटों में से 221 सीटें मिलीं और उत्तर प्रदेश में बीजेपी पहली बार सत्ता पाने में सफल रही. पिछड़ी जाति के लोध नेता कल्याण सिंह मुख्यमंत्री बने. अयोध्या ढांचा विध्वंस मामले में सरकार को बर्खास्त कर दिया गया था. वह एक साल 165 दिन तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर रहे.

1997 में मिली दोबारा सत्ता
बीजेपी को सत्ता में वापसी के लिए 5 साल का इंतजार करना पड़ा. 21 सितंबर 1997 को बीजेपी दोबारा उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने में कामयाब रही. शीर्ष नेतृत्व ने एक बार फिर कल्याण सिंह पर भरोसा जताया.जिसके चलते वह दोबार यूपी के मुख्यमंत्री बने. वह 2 साल 52 दिन तक यूपी के सीएम रहे. इसके बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री का ताज राम प्रकाश गुप्ता के सिर सजाया. वह 12 नवंबर 1999 को मुख्यमंत्री रहे लेकिन उनका कार्यकाल महज 351 का ही रहा. साल 2000 में भाजपा ने राजनाथ सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री बने लेकिन वह 1 साल 131 दिन तक ही सीएम की कुर्सी पर रह सके. 

15 साल बाद मिली सत्ता
2002 के बाद बीजेपी को सरकार बनाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा था. 2017 में बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने में कामयाब रही. 2012 में 47 सीटों पर सिमटने वाली बीजेपी ने 2017 में 312 सीटों पर परचम लहरा दिया. मुख्यमंत्री की दौड़ में कई चेहरे शामिल थे लेकिन अंत में योगी आदित्यानाथ प्रदेश के मुखिया बने. 

2022 में बरकरार रही सरकार
2022 विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को फिर पू्र्ण बहुमत प्राप्त हुआ और योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री बने. बीजेपी ने इस चुनाव में सहयोगी दलों के साथ मिलकर 273 सीटें जीती थीं. बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री बने जो लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. साथ ही पहले सीएम हैं जो पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सरकार बनाने में कामयाब हुए. 

बीजेपी प्रधानमंत्री का यूपी कनेक्शन
2014 में बीजेपी के 80 सीटों में 71 और 2019 में 62 लोकसभा सांसद लोकसभा पहुंचाए. जिसके चलते केंद्र में बीजेपी प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने में कामयाब रही. इस बार भी बीजेपी का जोर यूपी की 80 सीटों पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यूपी की वाराणसी सीट से सांसद हैं. इससे पहले यूपी से आने वाले अटल बिहारी वाजपेयी भी प्रधानमंत्री रह चुके हैं.

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे ये नेता
दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी का दावा करने वाली बीजेपी के 12 नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष बने. इनमें से तीन का ताल्लुक उत्तर प्रदेश से है. बीजेपी के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी (1980- 1986), डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी (1991-1993), राजनाथ सिंह  (2005 से 2009) और 2013-2014 तक राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे.

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