Swapn Sashtra: हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र स्थान मंदिर माना जाता है. मंदिरों में से भी शिवालय को श्रेष्ठ माना जाता है. हर धार्मिक त्यौहार के दिन मंदिर जाना बहुत ही फलदायी होता है. लोग अपनी मन्नतों की लेकर अलग अलग अलग सिद्धपीठ मंदिरों में जाकर पूजा पाठ करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं सपने में मंदिर देखने क्या मतलब होता है.
Trending Photos
Swapn Sashtra: स्वप्नशास्त्र के अनुसार सपनों का सम्बन्ध हमारे भूतकाल, वर्तमान और भविष्यकाल से होता है. यानि कई बार अतीत की कोई बात सपने के रूप में हमारे सामने होती है और कई बार उसी दिन की कोई घटना जिसने हमें प्रभावित किया हो रात को सपने में दिखाई देती है. वहीं कई बार ऐसी वस्तुएं और घटनाएं सपने में दिखाई देती हैं जिनके बारे में हमने सोचा तक नहीं होता. ऐसे सपने हमें आने वाले जीवन के बारे में सचेत करते हैं या फिर कोई संकेत देते हैं.
अगर सपने में आप किसी ऐसे मंदिर में जाते हैं जहां बहुत शांति है. आपको लोग नहीं दिखाई देते और आप अकेले हैं. इसका मतलब है कि आप जीवन कि भागदौड़ से परेशान हो गए हैं और अपने लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं. इसका अर्थ यह भी है कि आप मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं या आने वाले दिनों में ऐसी परस्थितियां पैदा हो सकती हैं जो आपके लिए मानसिक तनाव का कारण बन सकती हैं.
ये खबर भी पढ़ें- Mahashivratri 2024: शिवजी को सबसे पहले किसने चढ़ाया था बेलपत्र, जानें इसके पीछे की पौराणिक कथा
यदि सपने में आप ऐसे मंदिर जाते हैं जहां आपको आस पास अन्य लोग भी दिखाई दे रहे हैं इसका मतलब है कि रुके हुए कार्य बनेंगे और वर्तमान में चल रही परेशानियों का हल निकलेगा. आय के स्त्रोत बढ़ेंगे और कर्ज से मुक्ति मिलेगी. इस तरह सपने में मंदिर दर्शन शुभ फलदायी होता है.
यही आप सपने में कोई पुराना मंदिर देखते हैं तो इसका मतलब है कि आपका कोई पुराना साथी या रिश्तेदार आपसे मिलने वाला है जो आपके लिए भाग्यशाली साबित होगा. वहीं अगर आपको ऐसा मंदिर दिखाई दे जहां आप लम्बे समय से जाना चाह रहे हैं लेकिन किसी कारणवस जा नहीं पा रहे हैं तो इसका मतलब है जल्दी ही आपको उस मंदिर के लिए भगवान का बुलावा आने वाला है