Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के खूंखार भेड़ियों और पीलीभीत के आदमखोर बाघ को नया जीवन दिया है. सीएम योगी को देखकर टाइगर ने दहाड़ भी लगाई.
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गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के खूंखार भेड़ियों और पीलीभीत के आदमखोर बाघ के पुनर्वास कार्यक्रम के तहत उन्हें नई जिंदगी दी है. गोरखपुर चिड़ियाघर में उन्होंने बहराइच के भेड़ियों को भैरव-भैरवी नाम दिया. साथ ही टाइगर को केसरी नाम दिया. ये जीव अब गोरखपुर प्राणि उद्यान में अपनी जिंदगी बिताएंगे. 121 एकड़ क्षेत्रफल में फैले इस प्राणि उद्यान में 350 से अधिक पशु-पक्षी हैं.
भेड़िए का नाम भैरव-भैरवी, बाघ का नाम केसरी
मुख्यमंत्री ने बहराइच से गोरखपुर चिड़ियाघर लाए गए भेड़िये का नाम रखा. नर भेड़िये का नाम भैरव और मादा का नाम भैरवी रखा. बहराइच में छह भेड़ियों का समूह था, जिसने लगभग नौ-दस बच्चों पर हमला किया. इसमें कुछ बच्चों की मौत हो गई थी। भेड़ियों को गोरखपुर जू लाया गया था. पीलीभीत टाइगर रिजर्व से आए बाघ का नाम सीएम ने केसरी रखा. सितंबर 2024 में इसे लाया गया था. सोमवार को उसे बाड़े में छोड़ दिया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में हाथी रेस्क्यू सेंटर का भी उद्घाटन किया. तितली उद्यान का लोकार्पण किया. उन्होंने कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया. साथ ही पौधरोपण किया. हाथी हर और गौरी नाम के गैंडा को गुड़-चना, गन्ना-केला भी खिलाया. NPA एकेडमी की विद्यार्थी कृतिका और वैष्णव ने मुख्यमंत्री को उनकी तस्वीर भेंट की.
हर व्यक्ति दस पेड़ लगाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात-आठ साल में यूपी में 100 करोड़ से अधिक पौधे लगाए गए हैं. इससे यूपी का वन क्षेत्र बढ़ा है. कैंपियरगंज में जटायु संरक्षण केंद्र बन रहा है. हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्टिक यूनिवर्सिटी का सेंटर इंस्टीट्यूशन और यूनिवर्सिटी को भी स्थापित किया जा रहा है.
पर्यावरण अनुकूल तकनीक हो-सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि नई पीढ़ी को पर्यावरण के लिए खतरा पैदा करने वाले तत्वों से परहेज करना चाहिए. इससे मौजूदा और आने वाली पीढ़ी का भविष्य़ सुरक्षित है. सीएम ने अपील की कि सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करें तो पर्यावरण बचेगा. पर्यावरण बचेगा तो आज औऱ कल भी उज्ज्वल होगा. आबादी के साथ इंसान की आवश्यकताएं बढ़ी हैं. हर व्यक्ति साल में दस पेड़ लगाए. पर्यावरण संरक्षण के उपायों से भी जुड़े. बरसात के पानी के संरक्षण के लिए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा दिया जाए ताकि जल की बर्बादी न हो.
प्राणि उद्यान में 30 लाख से अधिक लोगों ने किया प्रवेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर का प्राणि उद्यान 27 मार्च 2021 को लोकार्पण हुआ था. तब से अब तक 30 लाख से अधिक लोगों ने यहां प्रवेश किया है. इनमें 10 लाख से अधिक छात्र हैं. गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने हाथी रेस्क्यू सेंटर में गंगा प्रसाद नामक हाथी प्रदान किया है
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