Sambhal Jama Masjid Survey Dispute News: संभल में हिंसा के बाद विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. यहां कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. बताया जा रहा है कि छतों से फायरिंग में इन लोगों की मौत हुई है. क्या है पूरी कहानी पढ़िए.
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Sambhal Jama Masjid Survey Dispute News: संभल में रविवार को उस वक्त बवाल मच गया, जब कोर्ट के आदेश पर शाही जामा मस्जिद के सर्वे के लिए टीम पहुंची. इस दौरान न सिर्फ पुलिस की टीम पर पत्थरबाजी हुई बल्कि फायरिंग भी की गई. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस टीम को लाठीचार्ज के साथ ही आंसू गैस के गोले दागने पड़े, लेकिन गुस्साई भीड़ ने कई जगहों पर आगजनी की और कई वाहनों को फूंक दिया. फिलहाल, संभल छावनी में तब्दील हो गया है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों का पहरा है. 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा भी बंद है. ड्रोन की मदद से निगरानी की जा रही है. पुलिस का कहना है कि वीडियो के आधार पर दोषियों की तलाश हो रही है. जल्द ही उनको पकड़ लिया जाएगा.
शहर में हुई हिंसा में जहां एक ओर एक सीओ समेत 10 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं. वहीं कई लोगों की जान चली गई है. सूत्रों की मानें तो छतों से फायरिंग में इन लोगों की मौत हुई है. ये फायरिंग अराजक तत्वों ने की थी.
चप्पे-चप्पे पर कड़ा पहरा
हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है. पुलिस बल के साथ डीएम, एसपी मौके पर मौजूद हैं. पुलिस अधिकारी स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं. संभल एसपी कृष्ण कुमार का कहना है कि गाड़ी जलाने वालों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई होगी. हिंसा के दौरान पथराव में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान के लिए ड्रोन कैमरे से वीडियोग्राफी की गई है. पहचान करके आरोपियों पर एनएसए की कार्रवाई होगी. फिलहाल, संभल में तनाव की स्थिति बनी हुई है.
कैसे हुआ बवाल?
मुरादाबाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि बवाल के दौरान तीन लोगों की मौत हुई है. जिनमें कोट कर्वी निवासी नईम, सरायतरीन निवासी बिलाल और हयातनगर सरायतरीन निवासी नोमान का नाम शामिल है. उनका कहना है कि डीएम-एसपी की मौजूदगी में रविवार की सुबह शाही मस्जिद का सर्वे हो रहा था. तभी 11 बजे के करीब जब सर्वे खत्म हुआ और टीम बाहर निकलने लगी तो भीड़ इकट्ठा हो गई और नारे लगाने लगी. भीड़ ने पुलिस टीम और सर्वे टीम पर पथराव शुरू कर दिया. दो-तीन ग्रुप चारों तरफ से पथराव करने लगी. जिस पर पुलिस ने बल प्रयोग किया.
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कौन-कौन हुआ घायल?
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हिंसा के दौरान दो-तीन ग्रुप आमने-सामने आए थे. उसी दौरान गोली भी चली. गोली किस ग्रुप ने चलाई इसका पता नहीं चल पाया है, लेकिन गोली पुलिस अधीक्षक के पीआरओ के पैर में लगी. वहीं, डिप्टी कलेक्टर का पैर फैक्चर हो गया. सीओ के छर्रे लगे और कांस्टेबल के सिर में गंभीर चोट आई है. सीओ संभल समेत दर्जनभर पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
क्या बोले वरिष्ठ अधिवक्ता?
इस पूरे मामले पर वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से अपील की है. उन्होंने कहा है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संभल के श्री हरि हर मंदिर को तुरंत अपने नियंत्रण में ले. साक्ष्य नष्ट होने की उम्मीद है. यह एएसआई द्वारा संरक्षित स्मारक है. एएसआई को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए.
डिप्टी सीएम की चेतावनी
संभल हिंसा पर यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक सख्त नजर आ रहे हैं. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए उपद्रवियों को चेतावनी दी है. डिप्टी सीएम ने कहा है कि वे (एसपी) न्यायिक व्यवस्था पर उंगली उठाते हैं. संभल गई टीम कोर्ट के आदेश पर गई थी. वहां जो भी गलत हुआ है, उसमें पुलिस ने अपना काम किया है. पूरे प्रदेश की जनता आपको जान चुकी है और वे इसे स्वीकार नहीं करेंगे. आगे उन्होने कहा कि सरकार और पुलिस का कर्तव्य है कि वह न्यायालय के निर्देश का पालन करना और सहयोग देना. जो भी सरकार के काम में बाधा डालेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पुलिस स्थिति को संभालने का प्रयास कर रही है. पुलिस बल मौके पर मौजूद है. पुलिस के सभी बड़े अधिकारी इस मामले की निगरानी कर रहे हैं.
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एसपी ने किया बड़ा दावा
जहां एक ओर एसपी कह रहे हैं कि महिला फायरिंग कर रही थी. एसपी केके बिश्नोई ने दावा किया है कि पुलिस ने गोली नहीं चलाई थी. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस ने ऐसा कोई हथियार इस्तेमाल नहीं किया, जिससे किसी की मौत हो सके. भीड़ को वहां से हटाने के लिए पुलिस ने पैलेट गन का इस्तेमाल किया था. वायरल तस्वीर को लेकर एसपी ने कहा कि इसमें पुलिस के हाथ में दिख रही गन पैलेट गन ही है. इस घटना के बाद पुलिस ने मौके से 32 बोर और 15 बोर के कई खोखे बरामद किए हैं. इस मामले में दो महिलाओं को भी डिटेन किया गया है.
मृतक के परिजनों का आरोप
हिंसा में जिन लोगों की मौत हो गई है, उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. एक मृतक के पिता का कहना है कि मेरा तो बच्चा चला गया मैं क्या बात करूंगा. मुझे नहीं चाहिए दो लाख, पांच लाख रुपये. मेरे पास अल्लाह का दिया हुआ सबकुछ है. मुझे बदला चाहिए. जिसने मेरे बेटे को मारा है, मैं उसे गोली मार दूंगा. इन्हीं लोगों ने मरवाया है. पुलिस ने गोली मारी है. वहीं, बिलाल के छोटे भाई ने भी सीधा सीओ अनुज चौधरी का नाम लेते हुए आरोप लगाया है कि उन्होंने मेरे भाई पर निशाना लगाकर गोली चलाई. एक मृतक के भाई का तो ये भी आरोप है कि पुलिस अस्पताल लेकर नहीं गई.
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