Muzaffarnagar News: यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में साफ-खुले मौसम में बर्फ के टुकड़े गिरने से किसान हैरान रह गए. गेहूं की फसल में बर्फ के टुकड़े गिरने से किसान की फसल खराब हुई है. यह अजीब घटना इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.
Trending Photos
अंकित मित्तल/मुजफ्फरनगर: मुज़फ्फरनगर जिले के भोपा थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव में एक चमत्कारी घटना ने किसान समुदाय को हैरान कर दिया. तेज ठंड के बीच आसमान से बर्फ के बड़े-बड़े टुकड़े गिरने से इलाके में सनसनी फैल गई है. यह अजीब और अद्भुत प्राकृतिक घटना न सिर्फ स्थानीय किसानों के लिए चिंता का विषय बन गई, बल्कि इसके कारण उनकी गेहूं की फसल भी प्रभावित हुई है.
खेत का नजारा देख सन्न रह गया किसान
गंग नहर पटरी स्थित बसेड़ी गांव के पास खेतों में काम कर रहे किसान मीनू सैनी के अनुसार, जब वह एक सुबह अपने खेतों में पहुंचे तो वह बिल्कुल सन्न रह गए. गेहूं की फसल वाले खेत में बड़े-बड़े बर्फ के गोले पड़े हुए थे. नजारा देखकर मीनू डर गए और उन्होंने आसमान में तैरते हुए बर्फ के बादल देखे. मीनू सैनी का कहना था कि बर्फ के टुकड़े गिरने के बाद से मौसम में कोई असामान्य बदलाव नहीं आया था, और आसमान में हल्के बादल ही दिखाई दे रहे थे.
ग्रामीणों का लगा मजमा
मीनू ने आसपास के अन्य किसानों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. लोग आकर बर्फ के टुकड़ों और आकाश में तैरते बर्फ के बादलों की तस्वीरें अपने कैमरों में कैद करने लगे. हालांकि, मीनू सैनी ने इस घटना को प्रकृति का चमत्कार तो माना, लेकिन इसने उनकी गेहूं की फसल को भी नुकसान पहुँचाया.
किसान का क्या कहना?
मीनू सैनी ने कहा, “यह एक चमत्कारी घटना जरूर है, लेकिन मेरी फसल को इससे भारी नुकसान हुआ है. अगर कोई किसान उस समय खेत में मौजूद होता, तो बर्फ के टुकड़े उस पर गिरकर गंभीर चोट का कारण बन सकते थे. बर्फ के टुकड़ों का अचानक गिरना किसानों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता था.”
मीनू ने बताया कि गेहूं की फसल पर गिरे बर्फ के बड़े टुकड़े फसल के पौधों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे उत्पादन में कमी आने की संभावना है. किसान इस घटना से चिंतित हैं क्योंकि बर्फ के गिरने से फसल को नुकसान पहुंचने की स्थिति में उनका पूरा साल का मेहनत बेकार हो सकता है. घटना के बाद, इलाके के किसानों में भय का माहौल बना हुआ है.
क्या बोले ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि घटना के समय आसमान में हल्के बादल थे, मौसम लगभग साफ था और अचानक तेज आवाज सुनाई दी, जिसके बाद बर्फ के टुकड़े गिरने लगे. इस घटना ने किसानों को और अधिक जागरूक किया है और वे अब सतर्क रहने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके. यह घटना स्थानीय किसानों के लिए एक चेतावनी भी बन सकती है. पहले से ही कठिन मौसम परिस्थितियों का सामना कर रहे किसान अब इस नई प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए तैयार नहीं हैं. बर्फ के अचानक गिरने के कारण होने वाली क्षति से बचने के उपायों पर चर्चा करने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके.
किसानों की प्रशासन से अपील
इस घटना के बाद, किसानों ने प्रशासन से अपील की है कि वह इलाके में कृषि संकट के कारणों का अध्ययन कर कोई ठोस कदम उठाए. किसान चाहते हैं कि प्रशासन किसानों को ऐसी प्राकृतिक घटनाओं से बचने के लिए उचित जानकारी और संसाधन मुहैया कराए.साथ ही प्रशासन को इस घटना के वैज्ञानिक कारणों का पता लगाना चाहिए. बर्फ के टुकड़े इस तरह से गिरने का कोई प्राकृतिक कारण जरूर होगा.”
मौसम वैज्ञानिक का क्या कहना
वहीं मौसम वैज्ञानिक अनुज मलिक का कहना है की इस तरह की घटना मुज़फ्फरनगर में पहली बार सामने आई है ना तों पहले कभी ऐसा मामला सामने आया है ना कभी आशंका जताई गयी थी. ना तों ये औला वृष्टी कही जा सकती है और बाकि जाँच के बाद ही पता चल पायेगा की ऐसा क्यों हुआ है.
चूहा-बिल्ली, तोता-भेड़िया, यूपी के इस गांव में लोगों के अजीबोगरीब नाम
'अनमोल' है ये भैंसा, पशु मेले में करोड़ों लगी कीमत, इतने में आ जाएं 50 मर्सिडीज कार