Premanand Maharaj: प्रेमानंद महाराज की तबीयत बिगड़ी, किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं वृंदावन वाले संत
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Premanand Maharaj: प्रेमानंद महाराज की तबीयत बिगड़ी, किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं वृंदावन वाले संत

Premanand Maharaj health: वृंदावन स्थित आश्रम में संध्‍या आरती के बाद अचानक प्रेमानंद जी महाराज के सीने में दर्द होने लगा. उन्‍हें तुरंत अस्‍पताल में भर्ती कराया गया. 

Premanand Maharaj's health deteriorated

Premanand Maharaj: वृदावन के संत प्रेमानंद महाराज की तबीयत बिगड़ गई है. बताया गया कि संध्‍या आरती के बाद उनकी तबीयत खराब हो गई. आनन-फानन में प्रेमानंद जी महाराज को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्‍टरों ने चेकअप किया, हालांकि बाद में प्रेमानंद जी महाराज वापस आश्रम चले गए. 

अचानक सीने में दर्द के चलते अस्‍पताल में कराया गया भर्ती 
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वृंदावन में शुक्रवार को अचानक प्रेमानंद जी महाराज के सीने में दर्द हुआ. इसके बाद उन्‍हें तुरंत वृंदावन के राम कृष्‍ण सेवा आश्रम अस्‍पताल ले जाया गया. डॉक्‍टरों ने कई जांच किए. बताया गया कि कुछ देर अस्‍पताल में रहने के बाद महाराज जी को आश्रम भेज दिया गया. उनकी सेहत में सुधार हो गया है. इस दौरान उनके साथ कई शिष्‍य भी मौजूद रहे. डॉक्‍टरों का कहना है कि सीने में दर्द की वजह से अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था, अब ठीक हैं. 

17 वर्षों से खराब है किडनी 
बता दें कि प्रेमानंद जी महाराज पिछले 17 वर्षों से किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं. उनका नियमित डायलिसिस किया जाता है. इस वजह से अक्‍सर उनके स्‍वास्‍थ्‍य बिगड़ने की खबरें आती रहती हैं. इससे पहले जनवरी महीने में प्रेमानंद जी महाराज की सेहत खराब होने की खबरें आई थीं. प्रेमानंद जी महाराज का वीडियो हर कोई देखा होगा. 

2 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हैं  
प्रेमानंद जी महाराज रात्रि करीब ढाई बजे ही छटीकरा रोड पर मौजूद श्रीकृष्‍ण शरणम सोसायटी से रमणरेती अपने आश्रम श्री हित केलि कुंज पैदल ही जाते हैं. इस दौरान प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए सड़क के दोनों तरफ बड़ी संख्‍या में भक्‍त खड़े रहते हैं. प्रेमानंद जी महाराज करीब 2 किलोमीटर तक पैदल चलते हैं. प्रेमानंद जी महाराज जिस मार्ग से जाते हैं लोग फूल बिछाते हैं. रंगोलियां बनाते हैं और संत के चरणों की रज या फूल माथे से लगाते हैं. उनके एक मात्र दर्शन भर के लिए भक्‍त कई बार पूरी रात खड़े रहते हैं. 

 

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