According Hindu Puraan: बहुत से लोग कौआ, चींटी ओर कुत्ते को नियमित रूप से खाना खिलाते है. इससे हमारे पुण्य बढ़ते है आखिर क्या है इसका रहस्य.
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According Astrology: धार्मिक ग्रंथों और ऋषियों मुनियों ने कौआ, चींटी और कुत्ते को खाना खिलाना बहुत ही पुण्य का काम बताया है. प्रत्येक जानवर के अलग अलग व्यवहार एवं हरकतों का कुछ न कुछ असर हमारे जीवन पर जरूर पड़ता है.
हमारे सनातन धर्म में गाय को माता के रूप में पूजा जाता है. इसी तरह कुछ अन्य जानवरों के विषय में पुराणों में ऐसी बातें लिखी गई हैं जो हैरान कर देती हैं.
कौए को खाना खिलाने का रहस्य
धार्मिक मान्यता है कि कौआ अतिथि आगमन का सूचक और पितरो का आश्रम स्थल माना जाता है. श्राद्ध में कौए को भोजन कराने का महत्त्व और भी बढ़ जाता है. ऐसा कहा जाता है कि जिस दिन कौए की मृत्यु होती है उस दिन उसका साथी खाना नहीं खाता. कौआ कभी भी अकेले में खाना नहीं खता. यह पक्षी किसी साथी के साथ मिलकर ही भोजन करता है.
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कौए को क्यों करना चाहिए भोजन
अगर आप शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हो कौए को खाना खिलाना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि कौए के भोजन करने से शनि की ढैय्या या साढ़े साती का असर खत्म हो जाता है और जातक को जीवन में अपार सफलता मिलती है. इसके अलावा जिस घर में कौए को भोजन मिलता है वहां वह मुंडेर पर बैठकर बोलता है. यदि घर की उत्तर दिशा से कौआ बोले तो जल्द ही आप पर लक्ष्मी की कृपा होने वाली है. कौवे को खाना खिलाने से अनिष्ट व शत्रु का नाश होता है.
चीटियों का रहस्य
चीटियां दो तरह की होती है लाल और काली चीटियां. शास्त्रों के अनुसार लाल चीटियां शुभ और काली चीटियों को अशुभ माना जाता है. दोनों ही तरह की चींटियों को आटा डालने की परंपरा प्राचीनकाल से चली आ रही है. चींटियों को शक्कर मिला हुआ आटा डालते रहने से हर तरह के बंधन से मुक्ति मिलती है. जिन लोगों को ऊपरी चक्कर के कारण परेशानी झेलनी पड़ती है उन्हें चींटियों को जरूर खाना खिलाना चाहिए. चींटियां खाना देने वाले के प्रति अच्छे भाव रखने लगती हैं और उनका आशीर्वाद हर संकट से बचा सकता है. कर्ज से परेशान लोगों को चीटियों को चीनी और आटा डालना चाहिए. लाल चीटियों को मुंह में अंडे दबाए देखने पर परिवार में सुख समृद्धि बढ़ती है.
कुत्ते को भोजन कराने का रहस्य
पुराणों के अनुसार, कुत्ता यमराज दूत है . कुत्ते को भैरव देवता का सेवक भी कहा जाता है. भैरव देवता को प्रसन्न करने के लिए कुत्ते को भोजन करना चाहिए. यदि भैरव देवता अपने भक्त से प्रसन्न रहते है तो हर प्रकार के शारीरिक कष्ट से मुक्ति मिल जाती है. कुत्ते को खुश रखने पर बुरी आत्माएं आस पास नहीं आती. इसे भोजन कराने से हर प्रकार के संकट से बचा जा सकता है.
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