आतंकी हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सरकारी प्रोजेक्ट्स की सुरक्षा सख्त, मजदूर कैंपों पर विशेष ध्यान
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आतंकी हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सरकारी प्रोजेक्ट्स की सुरक्षा सख्त, मजदूर कैंपों पर विशेष ध्यान

Jammu Kashmir Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन के बाद से एक के बाद हुए आतंकी हमलों के बाद प्रशासन सख्त हो गया है. प्रवासी मजदूरों के साथ-साथ सरकारी प्रोजेक्ट्स की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है. साथ ही सीटीवी कैमरे भी इंस्टाल किए जा रहे हैं. ताकि हर समय निगरानी रखे जा सके.

आतंकी हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सरकारी प्रोजेक्ट्स की सुरक्षा सख्त, मजदूर कैंपों पर विशेष ध्यान

Jammu Kashmir: 20 अक्टूबर को कश्मीर घाटी के गांदरबल जिले के सोनमर्ग इलाके में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सभी सरकारी प्रोजेक्ट्स, परियोजनाओं और मजदूरों के कैंप की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. इस आतंकी हमले में एक डॉक्टर सहित 7 लोगों की जान चली गई थी, जिसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. सोनमर्ग के गगनगिरी इलाके में सुरंग (टनल) निर्माण का कार्य चल रहा था, जिसके पास मौजूद कर्मचारी और मजदूरों के कैंप पर आतंकियों ने 20 अक्टूबर को हमला किया. नतीजे में इस हमले में कई निर्दोष जानें चली गईं. मरने वालों में एक डॉक्टर भी शामिल था.

इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए, जिसके बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेस को तुरंत सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए. इसके अलावा सभी कैंपस पर सीसीटीवी कैमरे भी इंस्टॉल किए जा रहे हैं, जिनसे चौबीस घंटे निगरानी रखी जा सके. अब जम्मू और कश्मीर दोनों संभागों में सभी सरकारी प्रोजेक्ट्स और मजदूरों के कैंपों की सुरक्षा को सख्त कर दिया गया है. विभिन्न परियोजनाओं के पास निजी सुरक्षा के अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती भी की गई है. इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन ने परियोजनाओं के नजदीक निगरानी बढ़ाने और सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है.

प्रवासी मजदूरों के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम:

इस आतंकी हमले के बाद प्रवासी मजदूरों के जम्मू-कश्मीर छोड़ने की अफवाहें भी सामने आई हैं. हालांकि, प्रशासन और पुलिस ने इस तरह की खबरों को नजरअंदाज करने की अपील की है और कहा है कि मजदूरों की सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. प्रशासन के इस कदम को मजदूरों की सुरक्षा के लिहाज से ज्यादा महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिससे वे बिना किसी डर के काम जारी रख सकें. सुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि सभी संभावित आतंकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है.

अनंतनाग हमले में 7 लोगों की मौत:

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में नई सरकार बनने के दो दिन बाद ही आतंकियों ने अपने नापाक इरादे जाहिर कर दिए थे. जिला गांदरबल में आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी है. उन्होंने यह हमला टनल में काम करने लोगों पर किया था. इस हमले में कुल 7 लोगों की मौत हो गई थी. मरने वालों में 6 मजदूर थे. फायरिंग से मौके पर ही दो मजदूरों की मौत हो गई थी. बाकियों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. 

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