Sandeshkhali Incident: संदेशखाली पहुंचना क्यों नहीं आसान? जहां शाहजहां शेख चलाता रहा अपना 'कानून'
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Sandeshkhali Incident: संदेशखाली पहुंचना क्यों नहीं आसान? जहां शाहजहां शेख चलाता रहा अपना 'कानून'

Sandeshkhali News In Hindi: संदेशखाली क्यों इतना कटा हुआ है. कैसे पश्चिम बंगाल के इस हिस्से में हो रहे अत्याचार पर किसी की नजर इतने सालों तक नहीं गई. आइए संदेशखाली की जियोग्राफी को समझते हैं.

Sandeshkhali Incident: संदेशखाली पहुंचना क्यों नहीं आसान? जहां शाहजहां शेख चलाता रहा अपना 'कानून'

Sandeshkahli Location: 5 जनवरी को संदेशखाली (Sandeshkahli) का नाम अचानक चर्चा में आया. पूरे देश को पता चला कि ED की टीम वहां छापेमारी के लिए पहुंची तो उसपर हमला किया गया. और ये हमला शाहजहां शेख (Shah Jahan Sheikh) के समर्थकों ने किया था. शाहजहां उसके बाद से फरार है. आरोप लग रहे हैं कि शाहजहां को सत्ताधारी दल का आशीर्वाद हासिल है. इसी के बूते वो स्थानीय लोगों की जमीन हड़पने लगा यानी शाहजहां के मांगने पर आपने सीधे तरीके से जमीन सौंप दी तो ठीक है नहीं तो निशाने पर आ गए. इसके बाद जमीन भी गई और जुल्म भी सहना पड़ा. इसके अलावा शाहजहां पर महिलाओं के शोषण का भी आरोप है. पर आइए जानते हैं कि शाहजहां शेख की वजह से जो संदेशखाली चर्चा में है, वह आखिर पड़ता कहां है. संदेशखाली का एरिया कैसा है. वहां जाना इतना मुश्किल क्यों है?

शाहजहां शेख का 'कालापानी'

बता दें कि अंग्रेजों के जमाने में काला पानी की सजा दी जाती थी. मकसद ये था कि बगावत को बर्दाश्त नहीं करना है और हुकूमत के विरोध में सिर उठाने वालों को सिर उठाने के लायक नहीं छोड़ना है. कोलकाता से 75 किलोमीटर दूर समंदर का जो पानी है उसे कालापानी में तब्दील करने की कहानी कुछ ऐसी ही है. बर्दाश्त करो या फिर जुल्म सहो. यही शाहजहां का कालापानी है. अब उस संदेशखाली के बारे में जानते हैं जहां शाहजहां का कालापानी का कानून चलता है.

कैसा है संदेशखाली का एरिया?

जान लें कि संदेशखाली कोलकाता से पूर्व में करीब 75 किलोमीटर की दूरी पर है. संदेशखाली को समझने के लिए सुंदरबन को समझना जरूरी है. सुंदरबन यानी दुनिया का सबसे बड़ा नदी डेल्टा, एक सदाबहार जंगल जो बंगाल टाइगर के लिए मशहूर है. वो जगह जहां तीन नदियां बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती हैं. भारत से गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी और बांग्लादेश से मेघना नदी.

एक टापू है संदेशखाली

भारत और बांग्लादेश में करीब 10 हजार वर्ग किलोमीटर में फैले सुंदरबन में कुल 104 द्वीप यानी की टापू हैं. और उन्हीं में से एक संदेशखाली है. पिछले दिनों आप तस्वीरों में देख रहे होंगे कि संदेशखाली तक पहुंचने के लिए नाव या स्टीमर का सहारा लिया जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि संदेशखाली एक द्वीप है. संदेशखाली पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले में है.

कहां है संदेशखाली?

इसी जिले का एक सब डिवीजन है बशीरहाट. बशीरहाट तक आप सड़क के रास्ते पहुंच सकते हैं. लेकिन उसके आगे सड़क नहीं जाती है. यानी संदेशखाली जाने के लिए आपको बशीरहाट से नाव की सवारी करनी ही होगी. वैसे तो संदेशखाली एक ब्लॉक है. लेकिन ये राज्य के 294 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है.

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