शिव पब्लिक शिक्षा समिति सरोली ने मनाया आजादी का अमृत महोत्सव, स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद
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शिव पब्लिक शिक्षा समिति सरोली ने मनाया आजादी का अमृत महोत्सव, स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद

Tonk: शिव पब्लिक शिक्षा समिति सरोली ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया. स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया.

शिव पब्लिक शिक्षा समिति सरोली ने मनाया आजादी का अमृत महोत्सव, स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद

Tonk: शिव पब्लिक शिक्षा समिति सरोली ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाया. इस कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने के साथ ही हिंदी दिवस भी मनाया गया. सरोली मोड़ स्थित शिव पब्लिक शिक्षा समिति, सरोली मोड़ दूनी में आजादी का अमृत महोत्सव ( स्वराज 75 ) मनाया. इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जयपुर प्रांत के सह- शारीरिक प्रमुख प्रचारक मोहन सिंह रहे. अध्यक्षता शिवजी लाल चौधरी निदेशक शिव पब्लिक शिक्षा समिति सरोली ने की.

कार्यक्रम में संबोधित करते मोहन सिंह ने कहा कि आजादी के 75 साल को अमृत महोत्सव रूप में मनाया जा रहा है. आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अपने वीर सपूतों को हम याद रखेंगे. राष्ट्र का विकास और राष्ट्रभक्ति से देश मजबूत व खुशहाल होगा. राष्ट्र के लिए शहीद और बलिदान होने वाले देश के पूर्वजों को याद करने की परंपरा समाज में कायम होने से राष्ट्रभक्ति मजबूत होती है.

देश का बच्चा-बच्चा अपने राष्ट्र के प्रति ईमानदारी से देश और समाज की सेवा करेगा. ऐसी गौरवपूर्ण परंपरा को कायम करना मुख्य उद्देश्य हैं. उन्होंने कहा कि स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अवसर पर हम स्वयं पर आधारित जीवन दृष्टि को पुनः स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हो और भारत स्वाधीनता के स्वतंत्रता की ओर बढ़े. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन की सबसे बड़ी विशेषता थी कि यह केवल राजनीतिक नहीं अपितु राष्ट्र जीवन के सभी आयामों और समाज के सभी वर्गों से हुआ एक सामाजिक व सांस्कृतिक आंदोलन था.

स्वतंत्रता आंदोलन को राष्ट्र के मूल अधिष्ठान यानि राष्ट्रीय '' स्व '' को उजागर करने के निरंतर प्रयास के रूप में देखना प्रसांगिक होगा. अंग्रेजों ने भारतीयों के एकत्व की मूल भावना पर आघात कर मातृभूमि के साथ उनके भावनात्मक और अध्यात्मिक संबंधों को दुर्बल करने का षडयंत्र किया. उन्होंने हमारी स्वदेशी अर्थव्यवस्था, राजनीतिक सुव्यवस्था, आस्था विश्वास और शिक्षा प्रणाली पर प्रहार कर स्व पर आधारित तंत्र को सदा के लिए भी विनष्ट करने का प्रयास भी किया.

स्वाधीनता के 75 वीं सालगांठ भारतीय समाज को एक राष्ट्र के रूप में सूत्रबद्ध रखने और राष्ट्र को भविष्य के संकटों से सुरक्षित रखने के लिए '' स्व '' पर आधारित जीवन दृष्टि को दृढ़ संकल्प के साथ पुनः स्थापित करने की दिशा में पूर्ण प्रतिबंध होने का अवसर उपलब्ध कराती है. अन्य वक्ताओं ने सामाजिक धार्मिक सांस्कृतिक मूल्य एवं ग्राम विकास से संबंधित विषयों पर विस्तृत प्रकाश डाला. इस मौके पर स्कूल प्रधानाचार्य सुरेंद्र कुमार शर्मा, प्रधानाध्यापक भंवर लाल गुर्जर ऋषिपाल गुर्जर, अनिल शर्मा, रामावतार दाधीच, विजयसिंह मीणा, हरिराम मीणा, हंसराज रेगर, राजेश वर्मा, राजेश मेहरा, रामकिशन गुर्जर, विकास काबरा, रमेश शेरवाल, अशोक जैन और समस्त स्टाफ उपस्थित रहा.

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