भगवान के बाद धरती पर डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है. डॉक्टर गंभीर बीमारियों से मरीजों को निकालकर नई जान देते हैं, लेकिन जब कोई डॉक्टर पैसों के लालच में मरीज की जान की परवाह नहीं करता और उसका गलत इलाज करता है, तो इंसान का विश्वास डॉक्टरों से उठने लगता है.
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Anupgarh: भगवान के बाद धरती पर डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है. डॉक्टर गंभीर बीमारियों से मरीजों को निकालकर नई जान देते हैं, लेकिन जब कोई डॉक्टर पैसों के लालच में मरीज की जान की परवाह नहीं करता और उसका गलत इलाज करता है, तो आम इंसान का विश्वास डॉक्टरों से उठने लगता है.
जब मरीज के परिजन डॉक्टर से इलाज के बारे में बात करते हैं तो उसे डॉक्टर के द्वारा ताने सुनने पड़ते हैं तो यह जले पर नमक छिड़कने के बराबर हो जाता है. श्रीगंगानगर के घड़साना में सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है. एक डॉक्टर ने मरीज को पहले तो ओवरडोज मेडिसिन देकर नुकसान पहुंचाया और उससे भी उसका मन नहीं भरा तो उसने भीख मांग कर पैसे लाने की नसीहत दे डाली. हैरानी की बात तो यह है कि डॉक्टर सरकारी अस्पताल में कार्यरत है.
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नई मंडी घड़साना थाने में पुलिस के अनुसार चक 3 एसटीआर के वार्ड नंबर 6 निवासी हरविंदर पुत्र तरसेम सिंह की रिपोर्ट पर नई मंडी घड़साना सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर चिरंजी लाल दायमा और श्री बालाजी मेडिकल स्टोर के मालिक मांगीलाल निवासी चक 4 एलएम पर केस दर्ज किया गया है.
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रिपोर्ट के अनुसार 3 मई 2021 को परिवादी को हल्का बुखार आने पर चेकअप करवाने चिकित्सालय गया, जहां डॉक्टर चिरंजीलाल दायमा ने जांच करवाई और उपचार शुरू कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक रिपोर्ट तैयार करवाकर गंभीर बीमारी परिवादी को जान का खतरा आया था. भारी भरकम रुपये लिए बगैर किसी बीमारी के परिवादी को हाईडोज मेडिसिन दी गई, जिससे परिवादी की किडनी में खराबी आ गई.
अचानक जान का खतरा हो गया और मरणासन्न स्थिति में पहुंच गया. युवक ने आरोप लगाया कि आरोपी ने एक राय होकर परिवादी के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया है. हाल ही मे एक ऑडियो वायरल हुई, जिसमें युवक के पिता तरसेम सिंह की डॉ से फोन पर वार्ता हुई तो युवक के पिता ने डा. दायमा को कहा कि मेरे बेटे की तबियत ज्यादा खराब है.
डॉ. दायमा ने कहा कि दिल्ली ले जाओ, तरसेम सिंह ने डॉ. दायमा को कहा कि पैसे कौन देगा तो आगे डॉ. दायमा ने कहा सड़क पर पैसे मांगने लग जाओ. इस मामले में जब मीडिया ने डॉ. दायमा से बात की तो कैमरे के सामने आने से मना कर दिया और कहा कि वायरल ऑडियो में आवाज मेरी नही हैं. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान कर दिया है.
Reporter: Kuldeep Goyal
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