Sikar news: राजस्थान के सिरोही जिले के अनादरा थाना क्षेत्र में थल धवली मार्ग पर पुलिया निर्माण हेतु खोदे गए गड्ढे में डूबने से सोमवार को एक की मौत हो गई. हादसे में दौलपुरा निवासी चमनाराम पुत्र रूपाजी कोली उम्र 55 वर्ष की मौत हो गई.
Trending Photos
Sikar news: राजस्थान के सिरोही जिले के अनादरा थाना क्षेत्र में थल धवली मार्ग पर पुलिया निर्माण हेतु खोदे गए गड्ढे में डूबने से सोमवार को एक की मौत हो गई. हादसे में दौलपुरा निवासी चमनाराम पुत्र रूपाजी कोली उम्र 55 वर्ष की मौत हो गई. मृतक लिलोरा गाँव में एक व्यक्ति की मौत होने पर दाह संस्कार हेतु गया था, दाह संस्कार के बाद वापस लौटते समय गड्ढे में भरे पानी में पैर फिसलने से वह पानी में डूब गया. सूचना पर तहसीलदार जगदीश विश्नोई, अनादरा सीआई बलभद्र सिंह, आरआई शंकर लाल, पटवारी अनिल विश्नोई, अजय जोशी समेत प्रशासनिक अधिकारी भी पहुँचे .
एसडीआरएफ की टीम ने स्थानीय गोताखोरों की सहायता से कड़ी मशक़्क़त से क़रीब 6 घंटे बाद मृतक के शव को पानी से बाहर निकाला. थल धवली मार्ग स्थित कोरा नदी पर पुलिया निर्माण का कार्य निर्माणाधीन है, जहां गड्ढा किया हुआ है. गड्ढे में बारिश के कारण इतना पानी भर गया है कि वह तालाब जैसा बन गया है. कुछ दिन पूर्व भी इसमें एक भैंस फँस गयी थी, जिसे जेसीबी की सहायता से ग्रामीणों ने बाहर निकाला था. कार्य में हो रही सुस्ती के कारण ग्रामीणों में काफ़ी आक्रोश है. ग्रामीणों ने पुलिया निर्माण हेतु बनाए गड्ढे में अधेड़ के डूबने को लेकर ठेकेदार को ज़िम्मेदार ठहराया.
यह भी पढ़ें- बिना देखे, बिना छुए ऐसे पता लगाई जाती थी हरम की औरतों की बीमारी! यकीं नहीं होगा
जिसके बाद परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया . हालाँकि प्रशासन की समझाईश के बाद परिजनों को ठेकेदार द्वारा आर्थिक सहयोग के आश्वासन के बाद परिजन माने एवं शव लेने के लिए राजी हुए. मृतक के पुत्र बाबूलाल कोली निवासी दौलपुरा ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि उसके पिता लिलोरा में गणेशराम की मृत्यु की खबर के बाद दाह संस्कार हेतु गए थे.
दाह संस्कार के बाद दौलपुरा लौटते समय कोरा नदी की रपट पार करते समय पैर फिसलने से पानी में गिर गए एवं पास ही स्थित गड्ढे में गहरा पानी भरा होने से उसमें डूब गए एवं उनकी मृत्यु हो गई. पुलिस ने रिपोर्ट के बाद शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सुपुर्द किया.एसडीआरएफ टीम में भागचंद, ओमदान, भेराराम, नेतराम, भगवानराम, जयवीर, अशोक, रामसुख, लालचंद, दलपत सिंह समेत स्थानीय गोताखोर बासन निवासी अमजद खान, महबूब खान, मेहंदी हसन, इकराम अली का योगदान रहा . वहीं इससे पूर्व उड़वारिया सरपंच जेताराम चौधरी ने भी पानी में शव को ढूँढने का प्रयास किया.