Pali mines accident : राजस्थान में बड़ा हादसा, पाली में माइंस में पत्थर गिरने से 3 मजदूरों की मौत, 3 लोगों के मलबे में फंसे होने की खबर
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Pali mines accident : राजस्थान में बड़ा हादसा, पाली में माइंस में पत्थर गिरने से 3 मजदूरों की मौत, 3 लोगों के मलबे में फंसे होने की खबर

Pali mines accident : राजस्थान के पाली में गुड़ा एंडला थाना क्षेत्र के सांकदड़ा के पास पन्ना मिश्री ग्रेनाइट में दिल देने वाला हादसा सामने आया है.  माइंस में काम कर रहे मजदूरों पर अचानक 100 टन वजनी पत्थर गिरने से 3 मजदूर नीचे दब गए. जिसमें 3 मजदूरों की मौत और 3 लोगों के मलबे में फंसे होने की खबर है.

Pali mines accident : राजस्थान में बड़ा हादसा, पाली में माइंस में पत्थर गिरने से 3 मजदूरों की मौत, 3 लोगों के मलबे में फंसे होने की खबर

Rajasthan Pali mines accident News : गुड़ा एंडला थाना क्षेत्र के सांकदड़ा के पास पन्ना मिश्री ग्रेनाइट में दिल देने वाला हादसा सामने आया है.  माइंस में काम कर रहे मजदूरों पर अचानक 100 टन वजनी पत्थर गिरने से 3 मजदूर नीचे दब गए.

पाली में मजदूरों पर अचानक 100 टन वजनी पत्थर गिरा

अचानक चट्टान गिरने से आसपास धमाके की आवाज से मजदूर सन्न रह गए. हादसे के बाद मौके पर अफरा तफरी और चीख पुकार मच गई. सूचना पर तख्त गढ़ थाना ओर गुडा एंदला थाना पुलिस मौके पर पहुंची एवं रेस्क्यू कर मृतकों के शव एवं घायलों को बाहर निकाला.

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पत्थर गिरने से 3 मजदूरों की मौत, 3 के दबे होने की खबर

सूत्रों के अनुसार यह खदान मिश्री ग्रेनाइट नाम से है यहा मजदूर पिछले 15 दिनों से काम करने बाहर से आए हुए थे. जिन्हें नागौर निवासी रिछपाल नामक युवक यहां लाया था. हादसे की जांच करने के लिए अजमेर से विशेष टीम को बुलाया गया है. हादसे की सूचना पर डीआईजी ओमप्रकाश ,जिला कलेक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री और पुलिस अधीक्षक चुनाराम जाट भी मौके पर पहुचे. ये सभी मजदूर 70 फिट की गहराई में काम कर रहे थे.

ड्रिल के वाइब्रेशन से 100 टन वजनी चट्टान अचानक नीचे गिरी 

खनिज विभाग सोजत के माइनिंग इंजीनियर धीरज पवार ने बताया कि खदान में काम करते समय मजदूरों को मास्क लगाकर रहना चाहिए. साथ ही शूज हेलमेट होने चाहिए ताकि हादसे से बचा जा सके, लेकिन इस माइंस में जो हादसा हुआ करीब 100 टन बजनी पत्थर मजदूरों पर गिरने से उनकी मौत हो गई. इतने बड़े भारी पत्थर के नीचे दबे मजदूरों का बचना मुश्किल था.

जांच के लिए अजमेर से खान सुरक्षा महानिदेशालय की टीम भी पहुंच रही है. जांच में अगर खदान मालिक की गलती सामने आई तो मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा.

चट्टान के नीचे दबे मजदूरों को डेढ़ घंटे बाद निकाला गया, प्रारंभिक जांच में ड्रिल के वाइब्रेशन से चट्टान का गिरना सामने बताया जा रहा. मजदूर खदान में पत्थर तोड़ने का काम कर रहे थे. ड्रिल मशीनों से पत्थर की कटाई व अन्य कार्य चल रहा था ड्रिल के वाइब्रेशन के ऊपर की 100 टन वजन की चट्टान अचानक नीचे गिरी और तीन मजदूरों किंदाबांर से मौत हो गई. वहीं गंभीर रूप से घायल को जोधपुर रेफर किया गया है, फिलहाल तीनों के शव बांगड अस्पताल पाली मोर्चरी में रखवाये गए है.

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