ऐतिहासिक मंडोर के संरक्षण की मांग, देश के अलग-अलग हिस्सों से जुटेंगे प्रतिहार वंश के लोग
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ऐतिहासिक मंडोर के संरक्षण की मांग, देश के अलग-अलग हिस्सों से जुटेंगे प्रतिहार वंश के लोग

Jodhpur: ऐतिहासिक मंडोर गार्डन में जोरावर की बदहाली को लेकर अब प्रतिहार समाज आगे आया है. समाज ने ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण और पुनरुद्धार को लेकर समाज के लोगों से आह्वान किया हैं. इसको लेकर 26 सितंबर को समाज के लोग मंडोर में जुटेंगे. 

ऐतिहासिक मंडोर के संरक्षण की मांग.

Jodhpur: ऐतिहासिक मंडोर गार्डन में जोरावर की बदहाली को लेकर अब प्रतिहार समाज आगे आया है. समाज ने ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण और पुनरुद्धार को लेकर समाज के लोगों से आह्वान किया हैं. इसको लेकर 26 सितंबर को समाज के लोग मंडोर में जुटेंगे. प्रतिहार कुलदेवी मां चामुंडा और कुलदेवता नाहड़ राव  के दर्शनार्थ के साथ ही समाज अब इस ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण और पुनरोद्धार को लेकर जन जागरूकता अभियान की शुरुआत करेगा. साथ ही इस संबंध में राज्य सरकार और केंद्र सरकार से भी मांग करेगा.

समाज के नेताओं ने जोधपुर में आयोजित प्रेस वर्ता में मीडिया से बात करते हुए कहा कि व सैकड़ों बस पुरानी इस धरोहर की देखरेख नहीं होने के कारण आज यह धरोहर और धार्मिक स्थल खंडहर में तब्दील हो रहे हैं. सरकारें इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. जिससे आने वाली पीढ़ी इस ऐतिहासिक धरोहर और इसके इतिहास से रूबरू नहीं हो सकेगी. ऐसे में इंदावटी क्षेत्र के लोगों और प्रतिहार वंश के लोगों ने इस बीडे को उठाया है.

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इसको लेकर 26 सितंबर नवरात्रि प्रतिपदा को मंडोर में प्रतिहार कुल के सैंकड़ों लोग उपस्थित होकर अभियान शुरू करेंगे. साथ ही प्रतिहार कालीन मंदिरों एवं ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण, जीर्णोद्धार एवं कुल देवता नाहड़ राव के नाम से मंडोर उद्यान के नामकरण का जन जागरण किया जाएगा. गौरतलब है कि इस हेतु ईन्दावटी के राणा प्रताप सिंह के नेतृत्व में 5 सितंबर को बस्तवा माताजी में आयोजित गोतावर मेले के दौरान 20 हजार से अधिक लोगों ने विरासत संरक्षण के लिए हस्ताक्षर किए थे.

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