झुंझुनूं: तीन दशक से गहरी दोस्ती को ऐसे निभाया सतीश पूनियां ने, सरप्राइज देने अचानक शादी में जा पहुंचे
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झुंझुनूं: तीन दशक से गहरी दोस्ती को ऐसे निभाया सतीश पूनियां ने, सरप्राइज देने अचानक शादी में जा पहुंचे

अचानक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां के कार्यक्रम में पहुंचने पर लोगों में उनके प्रति खासा क्रेज देखा गया. बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने उनके साथ सेल्फी ली. 
 

 

तीन दशक से है दोनों के बीच गहरी दोस्ती.

Satish Poonia Arrived at Wedding Ceremony: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां अपने साथियों को कभी नहीं भूलते. यह साबित किया उन्होंने झुंझुनूं के चिड़ावा में. दरअसल डॉ. पूनियां दो दिन की जन आक्रोश यात्रा के तहत झुंझुनूं के दौरे पर थे. इसी दरम्यान उन्हें मालूम चला कि उनके विद्यार्थी जीवन के साथी सूरजगढ़ निवासी और सूरत प्रवासी विश्वनाथ पचेरिया के परिवार में शादी है तो वे शादी समारोह में पहुंचे.

सतीश पूनियां पहुंचे चिड़ावा, वर-वधु को दिया आशीर्वाद 

बिना कोई पूर्व के निर्धारित कार्यक्रम के बावजूद शादी समारोह में पहुंचे और वर-वधु को आशीर्वाद दिया. यही नहीं इस दौरान उन्होंने विश्वनाथ पचेरिया की पोती को भी गोद में खिलाया और आशीर्वाद दिया.

अचानक प्रदेश अध्यक्ष के कार्यक्रम में पहुंचने पर लोगों में उनके प्रति खासा क्रेज देखा गया. बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने उनके साथ सेल्फी ली. इस मौके पर उनके साथ सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनियां, भाजपा जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया, सीकर भाजपा के संगठन प्रभारी दिनेश धाबाई, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाष शर्मा, भाजपा नेता सेवाराम गुप्ता, भाजयुमो नेता महेंद्र मोदी, पूर्व प्रधान कैलाश मेघवाल आदि भी मौजूद थे.

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विद्यार्थी जीवन के साथी है ​सूरत प्रवासी विश्वनाथ पचेरिया

यह शादी चिड़ावा के युवा व्यवसायी अरूण-अनिता रामभरोसा के सुपुत्र पारस की शादी थी. जो विश्वनाथ पचेरिया के ससुराल पक्ष से आते है. आपको बता दें कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां जब एबीवीपी के प्रदेश मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी संभाले हुए थे. तब विश्वनाथ पचेरिया उनके साथ प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य थे.

करीब 32 सालों से दोनों के बीच गहरा दोस्ताना है. बीते तीन दशक में पचेरिया के हर सुख-दुख, खुशी के मौके पर पूनियां पहुंचे है. अब जन आक्रोश यात्रा जैसा कार्यक्रम चलने और तमाम व्यवस्तताओं के बावजूद भी पूनियां चिड़ावा पहुंचे.

Reporter- Sandeep Kedia

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