Khetri: चंदन की खुशबू से महकेगा बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन, लगाए जाएंगे पेड़
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Khetri: चंदन की खुशबू से महकेगा बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन, लगाए जाएंगे पेड़

सरकार के वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. डीएन पांडे ने झुंझुनूं के खेतड़ी बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने खेतड़ी समदेड़ा का तालाब पर पौधारोपण कार्यक्रम में भाग लिया. 

Khetri: चंदन की खुशबू से महकेगा बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन, लगाए जाएंगे पेड़

Khetri: राजस्थान सरकार के वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. डीएन पांडे ने झुंझुनूं के खेतड़ी बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने खेतड़ी समदेड़ा का तालाब पर पौधारोपण कार्यक्रम में भाग लिया. उन्होंने अजीत विवेक म्यूजियम, अभ्यारण के वॉच टावर, समदेड़ा तालाब व चिरानी नर्सरी और अजीत सागर बांध का दौरा किया और कंजर्वेशन डेवलपमेंट को लेकर डीएफओ आरके हुड्डा सहित अन्य कर्मचारियों की बैठक लेकर रोडमैप तैयार किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. 

मीडिया से रूबरू होते हुए डॉ. पांडे ने बताया कि बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन जो कि खेतड़ी ठिकाने के समय से ही अपने आप में एक वन्य जीवों का घर रहा और औषधीय पौधे भी यहां पर प्रचूर मात्रा में रहे हैं. इस अभ्यारण की खास बात यह है कि यहां का पहाड़ी इलाका वन्यजीवों के लिए काफी उपयुक्त है और यहां की मिट्टी किसी भी पौधे को संरक्षित करने के लिए उपजाऊ हैं. 

उन्होंने बताया कि आने वाले 10 वर्षों में विभाग और आमजन को इस अभ्यारण को डवलप करने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है, जिससे वन्य जीव और वनस्पति को संरक्षित किया जा सकता है. 2030 तक यहां लेपर्ड सफारी पूर्ण रूप से शुरू हो जाएगी. इस अभ्यारण में 15 से भी अधिक पैंथर विचरण कर रहे हैं. उनके रहन-सहन, खान-पान और टेरिटरी के लिए एरिया डवलप किया जा रहा है. जगह-जगह वाटर पॉइंट बनाए जा रहे हैं.

उन्होंने डीएफओ आरके हुड्डा को बताया कि लोगों को अभ्यारण के प्रति जागरूक करने के लिए आमजन के लिए ट्रेक बनाकर साइकिलिंग की व्यवस्था करनी चाहिए और आमजन को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना भी बेहद आवश्यक है. डॉ. पांडे ने बताया कि यहां जूली फ्लोरा की झाड़ियां अत्यधिक मात्रा में है. यह एक रिसर्च में सामने आया है कि जूली एलोरा के साथ यदि चंदन के पेड़ लगाए जाए तो वह काफी डवलप हो सकते हैं. यहां चंदन के पेड़ लगाना सुनिश्चित करें, साथ ही यहां अर्जुन, बेर, सालर, गुलर, खजूर सहित अन्य पेड़ पौधे विकसित किए जा सकते हैं. इको टूरिज्म के लिए ग्रास लैंड विकसित की जा रही है. समदेड़ा तालाब को और अधिक विकसित किया जाएगा. 

अभ्यारण में आधा दर्जन से भी अधिक वॉच टावर बनाए गए हैं, जिनको आपस में जोड़ा जाएगा. इससे आने वाले सैलानी वन्य अभ्यारण का दौरा कर सकेंगे.  ग्रामीण क्षेत्र के पास आ रही अभ्यारण के क्षेत्र को चारदीवारी के माध्यम से कवर किया जाएगा. इस मौके पर पुष्पा पांडे, मुख्य वन संरक्षक मनफूल झाझड़िया, सहायक वन संरक्षक गुलजारी लाल, रेंजर उदयपुरवाटी रणवीर सिंह, रेंजर झुंझुनूं रणजीत सिंह, रेंजर खेतड़ी विजय कुमार फगेड़िया, शाहरुख खान, सत्यवान पूनियां, महिपाल सिंह, राजकुमार सहित अन्य अन्य कर्मी मौजूद रहे. 

Reporter- Sandeep Kedia 

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