सूबे के सीएम अशोक गहलोत 10 फरवरी को अपनी इस सरकार का आखिरी बजट पेश करने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से बजट को लेकर टैग लाइन तैयार किया गया है, बजट का टैग लाइन बचत, राहत और बढ़त है.
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झुंझुनूं: सूबे के सीएम अशोक गहलोत 10 फरवरी को अपनी इस सरकार का आखिरी बजट पेश करने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से बजट को लेकर टैग लाइन तैयार किया गया है, बजट का टैग लाइन बचत, राहत और बढ़त है. कांग्रेस पार्टी इस टैग लाइन को जमकर प्रचार प्रसार भी कर रही है, लेकिन हैरानी की बात है कि कांग्रेस सरकार के नेता और मंत्री ही इस टैग लाइन से अनजान हैं.
गहलोत सरकार में अल्पसंख्यक मामलात के मंत्री और पोखरण से विधायक शाले मोहम्मद को ही इस टैग लाइन के बारे में पता नहीं है. इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जह शाले मोहम्मद झुंझुनूं के नूआं गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे.
नूआं पहुंचने से पहले मंडावा में मीडिया ने उनसे बजट के बारे में पूछा तो वह बजट की तारीफ करने लगे, लेकिन जब टैग लाइन की बात आई तो वे खुद ही टैग लाइन के तीन शब्दों को बता नहीं सके. उन्होंने पास में खड़े फतेहपुर से कांग्रेस विधायक हाकिम अली के अलावा अन्य कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी इन शब्दों के बारे में पूछा, वह भी आंखें झेपने लगे.
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10 फरवरी को आएगा बजट
बजट आने में दो दिन शेष हैं, मुख्यमंत्री खुद ही इसपर बारिक नजर रख रहे हैं और बता रहे हैं कि इस बार का बजट राजस्थान के लिए कुछ नया होगा. युवाओं, किसानों और खिलाड़ियों को बजट में प्राथमिकताएं दी जाएगी, लेकिन गहलोत कैबिनेट के मंत्री बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं.
राजस्थान का बजट होगा ऐतिहासिक-शाले मोहम्मद
बहरहाल, नूआं जाने से पहले मंडावा कस्बे की फतेहपुर बाईपास पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने साफा पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया. इस दौरान मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि राजस्थान सरकार का इस बार का बजट शानदार रहेगा तथा प्रदेश की जनता ने जो भी मांगें रखी है. उनको गहलोत सरकार पूरा कर रही है और आगे भी करेगी. महंगाई कम करने को लेकर भी इस बजट में नई घोषणा होने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि 10 फरवरी को पेश होने वाला बजट ऐतिहासिक रहेगा. वहीं एक प्रश्न का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय पर सभी पार्टियां दावे करती हैं, लेकिन आंकड़े देखना चाहिए कि कौन सी सरकार ने इस समाज के लिए सबसे ज्यादा काम किया है और काम हुए. वह इस बजट में अल्पसंख्यक समुदाय के लिए बहुत कुछ घोषणाएं होगी बस इंतजार करिए बजट का. इस दौरान जनहित एकता समिति के अध्यक्ष जाकिर झुंझुनूंवाला के नेतृत्व में झुंझुनू के राजकीय आर आर मोरारका महाविद्यालय में उर्दू विषय स्वीकृत करवाने बाबत ज्ञापन भी सौंपा.