25 से 120 फीट के रावण के पुतलों का दहन, रंग-बिरंगी रोशनी से सरोबार होगा आसमां
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25 से 120 फीट के रावण के पुतलों का दहन, रंग-बिरंगी रोशनी से सरोबार होगा आसमां

बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक विजयदशमी पर दंभ के प्रतीक दशानन का महामर्दन होगा. विजय के इस पर्व पर कुछ स्थानों पर रामलीला मंचन के साथ रावण के दहन की लीला होगी..इसके बाद राम का राज्याभिषेक किया जाएगा. पिंकसिटी में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर 25 फीट से 120 फीट के रावण के पुतलों का दहन किया जाएगा.

25 से 120 फीट के रावण के पुतलों का दहन, रंग-बिरंगी रोशनी से सरोबार होगा आसमां

जयपुर:  बड़ी-बड़ी मूछें, रंग-बिरंगे कपड़े और चेहरे पर डराने वाले भाव. दशहरा आते ही जयपुर शहर की सडकों से लेकर दशहरा मैदान तक रावण के कुछ ऐसे ही पुतले हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.करीब दो साल बाद शहरवासी एक बार फिर से भव्य दशहरा मेला उत्सव में सैर सपाटे का आनंद लेते नजर आएंगे .विभिन्न विकास समितियों की अगुवाई में दशहरा मेला आयोजित होगा .कार्यक्रम के तहत कई रंगारंग कार्यक्रम आयोजित होंगे. वहीं, विभिन्न जगहों के पकवानों का स्वाद और झूलों का लुत्फ आमजन उठा सकेंगे.

राम मंदिर प्रन्यास सनातन धर्मसभा की ओर से आदर्श नगर स्थित दशहरा मैदान में कल दशहरा मेला आयोजित होगा. उपाध्यक्ष अनिल खुराना ने बताया कि लगभग 105 फीट ऊंचा रावण और कुंभकर्ण का पुतला 90 फीट ऊंचा तैयार किया गया है. रावण का मुकुट 15 फीट का होगा. रावण के हाथ-कंधों को बीते साल के मुकाबले बड़ा आकार दिया है. सन् 1956 से यह दशहरा महोत्सव आयोजित किया जा रहा है. कल शाम 6.45 से 7.30 बजे तक 45 मिनट की भव्य आतिशबाजी होगी.

आतिशबाजी में आसमान से शानदार सितारों की बारिश के साथ ही खजूर जमीन पर गिरते नजर आएंगे .दहन के समय रावण की आंखों से अंगारे बरसते नजर आएंगे. मुंह से आग के गोले और नाभि-सिर पर अग्निचक्र चलेगा. तलवार से चिंगारियां फूटेंगी. इस बीच आसमान में आतिशबाजी से स्टार वार होगा. रावण की पोशाक चमकती नजर आएगी. रावण का भयानक रूप भी लोगों को आकर्षिक करेगा. इससे पूर्व भव्य राममंदिर से दोपहर 2.30 बजे से शोभायात्रा निकलेगी. शाम छह बजे रामलीला के स्वरूप दशहरा मैदान पहुंचेंगे.

शोभायात्रा में पंचवटी में रामजानकी और स्वर्ण मृग, जटायु उद्धार, ताड़का वध के साथ श्रीराम व लक्ष्मण राजकुमार रूप में आएंगे.वहीं वनवासी राम लक्ष्मण भी नजर आएंगे. शोभायात्रा के दशहरा मैदान पहुंचने पर शाम 7.30 बजे भगवान राम अग्निबाण चलाकर रावण की नाभि का अमृतकुंड सुखाएंगे. प्रताप नगर विकास समिति की ओर से 51 फीट का रावण का पुतला खून के आंसू रोएगा.

 कहां कितने फीट के रावण का दहन 

- 105 फीट ऊंचे रावण का दहन शाम 7.15 बजे आदर्श नगर दशहरा मैदान में
 

-80 फीट ऊंचे रावण का दहन रात 9.30 बजे शास्त्री नगर के राष्ट्रपति मैदान में

- 70 फीट ऊंचे रावण का दहन मानसरोवर, अरावली मार्ग स्थित मैदान में
 

-75 फीट ऊंचे रावण का दहन प्रताप नगर सेक्टर—16 स्थित दशहरा मैदान में
 

- 110 फीट रावण का दहन विद्याधर स्टेडियम में रात 9 बजे के करीब

श्रीरामलीला महोत्सव समिति की ओर से न्यू गेट स्थित रामलीला मैदान में रावण दहन होगा.समिति के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि इस मौके पर श्रीराम के राज्याभिषेक की झांकी के दर्शन होंगे.इसके पहले संत-महंतों के सान्निध्य में आचार्य राजेश्वर श्रीरामचरित मानस के लंका कांड की चौपाइयों पर प्रवचन करेंगे.विजयदशमी पर छत्र योग का विशेष संयोग रहेगा, जो रात 9 बजकर 14 मिनट तक रहेगा, इस योग में पूजा-अर्चना शुभ मानी गई है. इस दिन रवि योग और कुमार योग भी रात 9.14 बजे तक रहेंगे. वहीं, दोपहर 2.26 बजे से 3.13 बजे तक विजय मुहूर्त रहेगा, जिसमें पूजा

अर्चना का विशेष महत्व रहेगा

बहरहाल, विजयादशमी सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि यह प्रतीक है झूठ पर सच्चाई की जीत का. साहस का. नि:स्वार्थ सहायता का और मित्रता का. बुराई पर अच्छाई की हमेशा जीत होती है, इस बात को समझाने के लिए दशहरे के दिन रावण के प्रतीकात्मक रूप का दहन किया जाता है..अगर सामाजिक तौर पर इस पर्व के महत्तव की बात करें, ये पर्व खुशी और सामाजिक मेल-जोल का प्रतीक है.चूंकि रावण के साथ लड़ाई के वक्त शस्त्रों का भी इस्तेमाल हुआ था. इसलिए दशहरे को शस्त्र पूजा का साथ भी जोड़ा जाता है.

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