Rajasthan- लोकसभा चुनाव 2024: परिवहन विभाग को है 40 हजार गाड़ियों की जरूरत, जानिए कहां है सबसे ज्यादा और सबसे कम जरूरत
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Rajasthan- लोकसभा चुनाव 2024: परिवहन विभाग को है 40 हजार गाड़ियों की जरूरत, जानिए कहां है सबसे ज्यादा और सबसे कम जरूरत

Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में 25 सीटों के लिए हो रहे लोकसभा चुनाव के दौरान परिवहन विभाग को एक बड़ा काम संभालना पड़ रहा है. राज्य सरकार के लिए राजस्व अर्जन करने में 5वें सबसे बड़े विभाग परिवहन विभाग के कंधों पर अब चुनाव के लिए वाहन जुटाना भी एक बड़ी जिम्मेदारी है.

Rajasthan- लोकसभा चुनाव 2024: परिवहन विभाग को है 40 हजार गाड़ियों की जरूरत, जानिए कहां है सबसे ज्यादा और सबसे कम जरूरत

Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में 25 सीटों के लिए हो रहे लोकसभा चुनाव के दौरान परिवहन विभाग को एक बड़ा काम संभालना पड़ रहा है. निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, प्रदेश भर में चुनाव की व्यवस्था के लिए वाहनों का संचालन किया जा रहा है. चुनाव के दौरान लगभग 40,000 वाहनों की जरूरत होगी. इसकी संख्या में से अब तक 37,785 वाहनों का संचालन किया जा चुका है.

राज्य सरकार के लिए राजस्व अर्जन करने में 5वें सबसे बड़े विभाग परिवहन विभाग के कंधों पर अब चुनाव के लिए वाहन जुटाना भी एक बड़ी जिम्मेदारी है. पोलिंग पार्टियों को मतदान केन्द्र तक ले जाने और वापस ईवीएम को संग्रहण केन्द्रों तक पहुंचाने के लिए बड़ी संख्या में बसों और मिनी बसों का अधिग्रहण किया जा रहा है. राजस्थान में 19 और 26 अप्रैल को दो चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे, जिसके लिए प्रत्येक जिले के निर्वाचन अधिकारियों ने वाहनों की आवश्यकता का अनुमान लगाया है. पुलिस अधिकारियों ने भी चुनावी कार्यों के लिए वाहनों की मांग दर्ज की है.

प्रदेशभर में 40 हजार से अधिक वाहनों की डिमांड की जा रही है. अब तक परिवहन विभाग 37785 वाहनों का अधिग्रहण कर चुका है. मतदान दलों के लिए जहां बस और मिनी बसों का अधिग्रहण किया जा रहा है. वहीं ऑब्जर्वर्स और अन्य अफसरों के लिए इनोवा और इनोवा क्रिस्टा गाड़ियों का अधिग्रहण किया जा रहा है.

किस तरह के कितने वाहनों की मांग

- लोकसभा चुनाव के लिए 10027 बसों की मांग
- 6371 मिनी बसों का चुनाव के लिए किया जाएगा अधिग्रहण
- 833 ट्रक भी अधिग्रहीत किए जा रहे चुनाव के लिए
- 515 मिनी ट्रक चुनावी कार्यों के लिए अधिग्रहीत कर रहे
- 19710 कार या जीप काम आएंगी चुनावी कार्यों में
- 185 इनोवा, 144 इनोवा क्रिस्टा अफसरों के लिए अधिग्रहीत

वाहनों के संचालन से जुड़े इस कार्य को परिवहन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव, श्रेया गुहा के निर्देशन में कवायद जारी है. साथ ही, परिवहन विभाग की आयुक्त, डॉ. मनीषा अरोड़ा नियमित रूप से जिलेवार वाहन संचालन का मॉनिटरिंग कर रही हैं. कुछ जिलों में वाहन उपलब्ध नहीं होने के कारण, नजदीकी जिलों से वाहन लाये जा रहे हैं. करौली, टोंक, आदि जिलों के लिए वाहन जयपुर से भेजे जा रहे हैं. इसी तरह, अन्य बड़े जिलों से छोटे जिलों के लिए वाहनों का संचालन किया जा रहा है.

किस जिले में चाहिए होंगे कितने वाहन

जयपुर जिले में सर्वाधिक 2769 वाहनों की मांग की गई
जोधपुर जिले के लिए 1995 वाहनों का अधिग्रहण किया गया
सीकर में 1731 वाहनों का चुनावी कार्यों के लिए अधिग्रहण
भरतपुर के लिए 1687, अलवर के लिए 1620 वाहनों की जरूरत
कोटा जिले में चुनावी कार्यों के लिए चाहिए 1527 वाहन
 जैसलमेर जिले के लिए सबसे कम 419 वाहनों की जरूरत
प्रतापगढ़ जिले के लिए दूसरे सबसे कम 448 वाहनों की जरूरत
सिरोही के लिए 596, हनुमानगढ़ के लिए 613 वाहन चाहिए
जालौर के लिए 632 और बूंदी के लिए 643 वाहनों की जरूरत

 

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