विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही का आखिरी दिन, जानें क्या कुछ रहा खास
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विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही का आखिरी दिन, जानें क्या कुछ रहा खास

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पशुपालन विभाग को आवंटित जमीन भू-माफियाओं को दिए जाने का मामला सदन में उठाया.

विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही का आखिरी दिन, जानें क्या कुछ रहा खास

Jaipur:  विधानसभा के बजट सत्र के आखिरी दिन सदन में सात ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा हुई. विधायकों की तरफ से उठाए गए ध्यानाकर्षण का जवाब भी सम्बन्धित विभागों के मंत्रियों ने दिया. मौजूदा सत्र में यह पहला मौका था जब एक ही दिन में सात ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा हुई.

विधानसभा में सोमवार को एक ही दिन में सात ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा हुई. कुछ मामलों पर विपक्ष की ओर से सरकार को घेरने की कोशिश भी दिखी. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पशुपालन विभाग को आवंटित जमीन भू-माफियाओं को दिए जाने का मामला सदन में उठाया. कटारिया ने कहा कि जमीनों की हेरा फेरी की जा रही है. जो जमीन नदी के पेटे की थी, उसे एक्सचेंज किया जा रहा है और इसमें कई बड़े नेताओं का भी संरक्षण है.

उन्होंने मामले की जांच करवाने की मांग रखी. जवाब में राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि नदी-नाले की जमीन को छोड़ कर दिया जा रहा है. मंत्री बोले कि हमारे मन में कोई खोट नहीं है और अगर कुछ भी गलत हुआ है तो उसमें कार्रवाई करेंगे. इस पर स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी ने कहा कि जब तक रेवेन्यू बोर्ड का फैसला नहीं हो जाए तब तक जमीन के एक्सचेंज को रुकवा दिया जाए. उदयपुर ग्रामीण से विधायक फूल सिंह मीणा ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए NMMS छात्रवृत्ति से वंचित रहे छात्रों का मामला उठाया और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

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जवाब में मंत्री बीड़ी कल्ला ने कहा कि कोई भी पात्र छात्र स्कॉलरशिप से वंचित नहीं रहेगा. 140 छात्रों में से 9 छात्रों का ही सत्यापन हो पाया, जिसके चलते छात्र स्कॉलरशिप से वंचित हो गए. मंत्री ने कहा कि कोविड के कारण वेरिफिकेशन में परेशानी आई थी. अब केंद्र सरकार को पोर्टल फिर शुरू करने का आग्रह किया गया है. मामले में 2 दोषी अधिकारियों को 16 सीसी का नोटिस दिया गया है और विभागीय कार्रवाई की जा रही है. हनुमानगढ़ के पवन व्यास की हत्या का मामला भी सोमवार को सदन में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए उठाया गया.

नोहर विधायक अमित चाचाण के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि स्थानीय पुलिस ने मामले का अनुसंधान किया था, लेकिन प्रकरण में अज्ञात मुजरिम का पता नहीं लग पाया. यह मामला एसओजी जयपुर को भिजवाया गया और 50 हजार के इनाम की घोषणा भी की गई लेकिन, फिर भी मुजरिम का पता नहीं लग पाया. एएसपी के नेतृत्व में SIT का गठन कर भी प्रकरण का अनुसंधान किया गया. वहीं 17 मार्च को 12 लोगों की स्पेशल टीम भी बनाई गई है. कुछ लोगों से गहन पूछताछ भी की गई है लेकिन उनकी संलिप्तता के प्रमाण नहीं मिले हैं. हर संभव प्रयास के बाद भी अभी तक अज्ञात मुजरिम का कोई सुराग नहीं लग पाया है.

इस पर विधायक अमित चाचाण ने कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है. पुलिस टीमों का गठन तो जरूर किया गया लेकिन उन्होंने अधूरे मन से काम किया. इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि जितने भी लोगों संदेह था उन सब से पूछताछ हो चुकी है. सब तरह के प्रयास कर रहे हैं लेकिन फिर भी मुजरिम का पता नहीं लग पा रहा है. अगर कोई और तथ्य आपके पास है तो दीजिए उन पर कार्रवाई करेंगे.

उधर विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने सड़क सुधार की मांग ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए उठाई. उन्होंने कहा कि जैतपुर-खटकड़ की 18 किमी सड़क क्षतिग्रस्त है. जवाब में पीडब्ल्यूडी मंत्री भजनलाल जाटव ने कहा कि 18 में से 14 किमी सड़क की विभाग ने मरम्मत की है. केन्द्र सरकार से जुड़ा मामला होने के चलते सड़क के सुदृढ़ीकरण में दिक्कत आ रही है. स्पीकर सीपी जोशी मैं भी विधायक से कहा कि स्थानीय सांसद से मुलाकात करें क्योंकि केंद्र सरकार के सहयोग से ही सुदृढ़ीकरण होगा. वहीं सदन में तीन अन्य ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई जिन पर संबंधित विभाग के मंत्रियों द्वारा जवाब दिया गया.

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