Jaipur news: मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत ने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया. इस दौरान सीएम ने अलग-अलग ज़िलों में सरकार की योजनाओं की ज़मीनी हकीकत को परखा. सीएम ने योजनाओं का फायदा लेने वालों के अनुभव जाने तो साथ ही उनसे यह भी अपील की.
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Jaipur : मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत ने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया. इस दौरान सीएम ने अलग-अलग ज़िलों में सरकार की योजनाओं की ज़मीनी हकीकत को परखा. सीएम ने योजनाओं का फायदा लेने वालों के अनुभव जाने तो साथ ही उनसे यह भी अपील की, कि अब वे अपने पड़ोसियों और आस-पास के लोगों को सरकारी योजनाओं का फायदा दिलाएं.
लाभार्थियों से संवाद -
लाभार्थी उत्सव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशभर से जुड़े लाभार्थियों से संवाद किया. राज्य के सभी जिलों से लगभग 2 लाख लाभार्थी वीसी के माध्यम से एवं प्रत्यक्ष रूप से कार्यक्रम से जुड़े. डूंगरपुर के मोहन पाटीदार ने बताया कि उनके छोटे भाई की दुर्घटना में मृत्यु होने पर राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना के तहत 5 लाख रुपए दिए गए जिससे उनके परिवार को आर्थिक संबल मिला. मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्घटना में अपने परिवारजनों को गंवाने वाले लोगों को संबल देने के उद्देश्य से ही यह योजना लाई गई है.
अब इस योजना के तहत मिलने वाली राशि को 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपए कर दिया गया है. मुख्यमंत्री ने लाभार्थी से इस योजना को और अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोग करने का आह्वान किया ताकि राज्य सरकार अधिक से अधिक शोक संतप्त परिवारों की सहायता कर सके. बाड़मेर के दिव्यांग लाभार्थी नरपत सिंह ने बताया कि उन्हें राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है. उनके बच्चों को पालनहार योजना का लाभ मिलने के साथ-साथ उन्हें मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन सम्मान पेंशन योजना के तहत पेंशन मिल रही है. उन्होंने पालनहार योजना में मिलने वाली राशि को 1000 से 1500 रुपए करने एवं पेंशन राशि को 750 से 1000 रुपए करने के लिए गहलोत को धन्यवाद ज्ञापित किया.
सीएम गहलोत ने कहा कि राज्य के सभी सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारियों के हित में पेंशन राशि को बढ़ाया गया है. योजना के लिए प्रावधित राशि को 9000 करोड़ से बढ़ाकर 12000 करोड़ किया गया है. बाड़मेर की ही लाभार्थी धाई देवी ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत उनके दोनों घुटनों का निःशुल्क ऑपरेशन हुआ, जिसके कारण अब वह सुगमता से चल पा रही हैं. सीएम गहलोत ने लाभार्थी के सफल ऑपरेशन पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि चिरंजीवी योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा राशि 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपए कर दी गई है. राज्य सरकार द्वारा संचालित योजना का लाभ लेना हर पात्र नागरिक का अधिकार एवं कर्तव्य है. बाड़मेर की लाभार्थी विमला देवी ने बताया कि उनकी बेटी निर्मला जन्म से ही सुनने और बोलने में अक्षम थी. मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा के अन्तर्गत उसका सफल कॉकलियर इम्प्लांट हुआ. सीएम गहलोत ने कहा कि चिरंजीवी योजना के द्वारा निःशुल्क इलाज मिलने से बालिका का जीवन सुगम हो पाया है, यह हमारे लिए संतोष की बात है.
कोटा के लाभार्थी गौरव वर्मा ने बताया कि वे साधारण परिवार से संबंध रखते हैं और अपनी जेईई कोचिंग की फीस भरने में असमर्थ थे, लेकिन मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के अन्तर्गत उनकी निःशुल्क कोचिंग संभव हो पाई है. अब एमएनआईटी में उनका एडमिशन हो चुका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुप्रति योजना के तहत पहले 15000 युवाओं को कोचिंग का प्रावधान था जिसे अब बढ़ाकर 30000 कर दिया गया है.
वहीं मुख्यमंत्री स्कॉलशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना के तहत अब 200 के स्थान पर 500 बच्चे राज्य सरकार के खर्च पर विदेश में अध्ययन के लिए जा सकेंगे. कोटा के लाभार्थी देवकिशन ने मुख्यमंत्री दिव्यांगजन स्कूटी योजना के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि इससे दिव्यांगजनों की गतिशीलता बढ़ गई है. गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में 5000 हजार स्कूटी प्रतिवर्ष दिव्यांगजनों को दी जा रही है और आगामी समय में इनकी संख्या और बढ़ाई जाएगी. जोधुपर के लाभार्थी सुमेर देवड़ा ने बताया कि मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना से उनका आर्थिक भार कम हुआ है तथा घरेलू बिजली में भी 50 यूनिट मुफ्त होने से बड़ी राहत मिली है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब किसानों के लिए 2000 यूनिट तक बिजली मुफ्त कर दी गई है जिससे 14 लाख किसानों का बिजली बिल शून्य हो जाएगा. साथ ही, 100 यूनिट तक घरेलू बिजली मुफ्त कर दी गई है जिससे 1.04 करोड़ परिवारों का बिजली बिल शून्य होगा. जोधपुर की ही लाभार्थी राजकंवर ने बताया कि उड़ान योजना के तहत निःशुल्क सेनेटरी पेड मिलने से उनका जीवन सुगम हुआ है तथा स्वास्थ्य प्रबंधन बेहतर हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर समाज में व्याप्त संकोच अब समाप्त होना चाहिए. माहवारी के दौरान सेनेटरी पेड का उपयोग नहीं करने से महिलाएं गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो जाती हैं. उड़ान योजना में 500 करोड़ की लागत से महिलाओं और बालिकाओं को हर महिने 12 सेनेटरी पेड निःशुल्क उपलब्ध करवाए जा रहे हैं.
धौलपुर की लाभार्थी छात्रा प्रीति पाराशर और रूचि भदौरिया ने बताया कि उनके परिवार निजी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की मंहगी फीस वहन नहीं कर सकते थे, परन्तु अब महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में उन्हें अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा निःशुल्क प्राप्त हो रही है. मुख्यमंत्री ने इन छात्राओं के अंग्रेजी में बात करने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अंग्रेजी अन्तर्राराष्ट्रीय भाषा है. महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के खुलने से आर्थिक रूप कमजोर विद्यार्थियों तक निःशुल्क अंग्रेजी माध्यम शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित हुई है. वर्तमान में लगभग 2 लाख बच्चे इन स्कूलों में अध्ययन कर रहे हैं.
भीलवाड़ा के लाभार्थी धीरज शकरानी ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत उनका निशुल्क डायलिसिस एवं किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. राज्य सरकार की योजना से उनका महंगा इलाज निशुल्क हो पाया है. आज वह स्वस्थ होकर सामान्य रूप से अपना जीवन जी पा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना के अंतर्गत किडनी, लीवर, बोनमैरो एवं हार्ट ट्रांसप्लांट आदि के लिए विशेष पैकेज दिए गए हैं. अब राज्य के बाहर इलाज कराने पर भी प्रदेशवासी चिरंजीवी योजना का लाभ ले सकते हैं. भीलवाड़ा की ही लाभार्थी उमा सोनी ने बताया कि इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत उन्हें रोजगार मिला है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मनरेगा की तर्ज पर इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत रोजगार दिवस की संख्या 100 से बढ़ाकर 125 कर दी गई है और सभी लाभार्थियों का समयबद्ध भुगतान सुनिश्चित किया जा रहा है. हनुमानगढ़ जिले की लाभार्थी सुखप्रीत कौर ने बताया कि उनकी प्रीमैच्योर डिलीवरी से हुए शिशु के आईसीयू में उपचार का 4.90 लाख रुपए का खर्च मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा वहन किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिरंजीवी योजना से आमजन को महंगे उपचार की चिन्ता से मुक्ति मिली है. हनुमानगढ़ जिले के भरत दास ने बताया कि उनके पिता की दुर्घटना में मृत्यु होने पर मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना के तहत उन्हें 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मिली. मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन राज्य सरकार द्वारा संचालित इस तरह की सभी योजनाओं की जानकारी रखें ताकि स्वयं भी लाभ ले सकें और अन्य लोगों को भी इनके प्रति जागरुक कर सकें.
जयपुर के लाभार्थी लक्ष्य जांगिड़ के पिता ने बताया कि उनके बेटे का ब्लड कैंसर का इलाज मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत निशुल्क हुआ. योजना के माध्यम से हुए निशुल्क बोनमैरो ट्रांसप्लांट से आज उनका बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने पड़ौसी को भी चिरंजीवी योजना के बारे में जागरुक कर निशुल्क उपचार का लाभ दिलाया. उन्होंने कहा कि पूरे देश में इस तरह की योजना लागू होनी चाहिए ताकि महंगे उपचार के अभाव में कोई भी व्यक्ति परेशान ना हो.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले महंगे उपचार के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति चरमरा जाती थी. राज्य सरकार ने चिरंजीवी योजना के माध्यम से इस स्थिति को बदलकर यह सुनिश्चित किया है कि महंगे उपचार के अभाव में किसी मरीज को कोई दिक्कत ना हो. इस मौके पर पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार गरीब को गणेश मानकर उनकी सेवा करने का कार्य कर रही है. राज्य सरकार की जनहितैषी योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार होना चाहिए ताकि कोई इनके लाभों से वंचित ना रहे.
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना हम सभी का लक्ष्य एवं संकल्प होना चाहिए. राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से हर वर्ग को लाभान्वित किया जा रहा है. इस दौरान यूडीएच मंत्री शांति कुमार धारीवाल, जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव, विधायक गंगा देवी, रफीक खान, आलोक बेनीवाल, अमीन कागजी, डॉ. राजकुमार शर्मा, जयपुर हैरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे.
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