Jaipur News: जयपुर से दिल्ली जाने वाले कार और दूसरे छोटे वाहन चालकों को फिर से ओल्ड जयपुर-दिल्ली हाइवे पसंद आने लगा है. कारण बाइपास पर सड़क का नए सिरे से निर्माण (कारपेटिंग) होना है. इससे न केवल कार चालकों को 40 किलोमीटर तक गाड़ी कम चलानी पड़ रही है, बल्कि नए एक्सप्रेस-वे की तुलना में टोल टैक्स भी कम देना पड़ रहा है.
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Jaipur News: जयपुर से दिल्ली जाने वाले कार और दूसरे छोटे वाहन चालकों को फिर से ओल्ड जयपुर-दिल्ली हाइवे पसंद आने लगा है. कारण बाइपास पर सड़क का नए सिरे से निर्माण (कारपेटिंग) होना है. इससे न केवल कार चालकों को 40 किलोमीटर तक गाड़ी कम चलानी पड़ रही है, बल्कि नए एक्सप्रेस-वे की तुलना में टोल टैक्स भी कम देना पड़ रहा है.
पुराने जयपुर-दिल्ली हाइवे पर नए सिरे से निर्माण होने के बाद वापस से इस रूट पर 20 फीसदी से ज्यादा ट्रैफिक का लोड बढ गया हैं. इससे वाहन चालकों की समय की बचत के साथ टोल टैक्स भी कम देना पड़ रहा है. एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अजय आर्य ने बताया हमने जयपुर से शाहजहांपुर बॉर्डर तक सड़क के दोनों तरफ नई सड़क बना दी है. इसके अलावा करीब 140 किलोमीटर की लंबाई में दोनों तरफ सर्विस लेन का काम सितंबर तक पूरा कर दिया.
इसका प्रभाव ये रहा कि इस पर ट्रेफिक फिर से बढ़ गया. खासकर कार चालकों की आवाजाही बढ़ गई है. दरअसल जयपुर से दिल्ली जाने वाले पुराने हाइवे पर इस साल जनवरी-फरवरी तक सड़क टूटी थी और जगह-जगह गढ्डे हो गए थे. वहीं शाहपुरा, कोटपूतली और बहरोड़ के पास पुलिया बनाने का काम चलने और सर्विस रोड टूटने से यहां गाड़ियां 20 से 30 मिनट के अंतराल में निकलती थी. वहीं जगह-जगह सड़क को रिपेयर करने का काम किया जा रहा था, जिसके कारण पिछले कुछ महीने से जयपुर-दिल्ली हाइवे के बजाए ट्रेफिक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर शिफ्ट हो गया था. इसके चलते यहां 20 फीसदी से ज्यादा ट्रेफिक लोड कम हो गया था. लेकिन अब बाइपास पर सड़क का नए सिरे से निर्माण (कारपेटिंग) होने के बाद ट्रेफिक बढ गया हैं.
एनएचएआई की रिपोर्ट के अनुसार जयपुर दिल्ली हाइवे पर एक साल पहले तक ट्रेफिक लोड 1.10 लाख पैसेंजर कार यूनिट (पीसीयू) से भी ज्यादा था. साल 2023 में एक्सप्रेस-वे शुरू होने और ओल्ड जयपुर-दिल्ली हाइवे पर सड़क खराब होने के कारण ये ट्रेफिक लोड घटकर अप्रैल 2024 तक 80 हजार पीसीयू से भी कम हो गया था. लेकिन पिछले माह अक्टूबर और नवंबर के पहले सप्ताह में यहां ट्रेफिक लोड वापस बढ़कर 96 हजार पीसीयू से ज्यादा हो गया है यानी करीब 20 फीसदी ट्रेफिक वापस बढ़ गया. वर्तमान में ओल्ड हावइे से दिल्ली जाने पर एक कार चालक को करीब 335 रुपए का टोल टैक्स देना पड़ता है. वहीं नए एक्सप्रेस-वे से जाने वाले कार चालक को दिल्ली पहुंचने के लिए 635 रुपए का टोल-टैक्स देना पड़ता है. यानी 300 रुपए टैक्स ज्यादा लगता है. इसके अलावा ओल्ड हाइवे से जयपुर राजीव चौक गुरुग्राम तक जाने में (नए एक्सप्रेस-वे के मुकाबले) 40 किलोमीटर गाड़ी कम चलानी पड़ती है.
बहरहाल, अब तक इस हाइवे पर लंबे जाम के कारण वाहन चालक परेशान रहते थे. घंटों जाम में फंसना उनकी मजबूरी बन गई थी. सर्विस लाइन का काम पूरा होने और दोनों तरफ नई सडक बनने से वाहन चालकों को राहत मिली हैं. जयपुर-दिल्ली राजमार्ग पर कारपेटिंग के बाद हाईवे पर लगने वाले जाम से छुटकारा मिल रहा है. कम समय में लोगों की यात्रा सुगम होने के साथ समय और ईंधन की बचत हो रही हैं.