Jaipur News: नगर निगम ग्रेटर की ओर से कलेक्शन ड्राइव शुरू, RRR सेंटर में जरूरतमंदों को मिलेगी हर चीज
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Jaipur News: नगर निगम ग्रेटर की ओर से कलेक्शन ड्राइव शुरू, RRR सेंटर में जरूरतमंदों को मिलेगी हर चीज

Jaipur today News: जयपुर नगर निगम ग्रेटर प्रशासन ने स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत थ्री-आर यानि रि-ड्यूस, रि-यूज, रि-साइकिल केंद्रों की स्थापना की गई है. नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय सहित जोन स्तर पर खुले थ्री आर केंद्रों पर आमजन से लेकर नगर निगम के जनप्रतिनिधि और अधिकारी, कर्मचारी अपने घर की अनुपयोगी सामग्री जमा करवा सकते हैं.

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Jaipur today News: जयपुर नगर निगम ग्रेटर प्रशासन ने स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत थ्री-आर यानि रि-ड्यूस, रि-यूज, रि-साइकिल केंद्रों की स्थापना की गई है. नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय सहित जोन स्तर पर खुले थ्री आर केंद्रों पर आमजन से लेकर नगर निगम के जनप्रतिनिधि और अधिकारी, कर्मचारी अपने घर की अनुपयोगी सामग्री जमा करवा सकते हैं. मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर, आयुक्त रूक्मणि रियाड सहित निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय में स्थापित थ्री आर केंद्र पर पहुंचकर अपने घर का अनुपयोगी सामान जमा करवाया. 

अब ये सामान यह सामान जरूरतमंद रीयूज कर सकेंगे. जरूरतमंदों की मदद किसी भी तरह से हो सकती है. थ्री-आर यानि रि-ड्यूस, रि-यूज, रि-साइकिल केंद्रों से स्वच्छ सर्वेक्षण की परीक्षा में अंक जुड़ने के साथ जरूरमदों की मदद भी होगी. नगर निगम ग्रेटर प्रशासन ने थ्री-आर यानि रि-ड्यूस, रि-यूज, रि-साइकिल केंद्रों की मुख्यालय सहित जोन स्तर पर स्थापना की है. मकसद अपने घर का अनुपयोगी सामान इस केंद्र पर जमा करवाएं और जिससे जरूरतमंदों के काम आ सके. जिससे उनकी जरूरत भी पूरी हो सके और उनके चेहरे पर मुस्कान आ सके. 

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आज इस मुहीम में नगर निगम ग्रेटर की मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर, आयुक्त रूक्मणी रियाड़, अतिरिक्त आयुक्त सीमा कुमार, उपायुक्त नवीन भारद्वाज अपने घर से अनुपयोगी सामान जमा करवाने थ्री आर केंद्र पहुंचे. उन्होंने बच्चों के खिलौने से लेकर क्लॉथ और अन्य सामान जमा करवाया. मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर ने कहा कि किसी जरूरतमंदों को इन थ्री आर केंद्रों के माध्यम से जब जरूरी सामान मिलेगा, तो उनके चेहरे पर खुशी अलग ही होगी. 

स्टेशनरी में किताबें जमा होगी तो कोई उन किताबों को पढ़कर अफसर बन सकता है. इस केंद्र का उद्देश्य आमजन को प्रोत्साहित करना है कि वे अपने घर से ऐसा सामान, जो उनके उपयोग में नहीं आ रहा है पर किसी जरूरतमंद के काम आ सकता है, वे जमा करवा सकते हैं. इसलिए शहरवासियों से अपील है कि इन केंद्रों पर पुराने कपड़े, खिलौने, शूज-चप्पल, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, किताबें जमा करवा सकते हैं. यह सामान जरूरतमंद रीयूज कर सकेंगे. 

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आमजन इस नई पहल से जुड़कर पर्यावरण की सुरक्षा और स्वच्छता को बढ़ावा दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि शहर में मालवीय नगर जोन कार्यालय, निगम मुख्यालय, सांगानेर जोन कार्यालय, जगतपुरा जोन में वार्ड 112, मैन मार्केट रेलवे स्टेशन के सामने, विद्याधर नगर जोन में अम्बाबाड़ी सर्किल, मुरलीपुरा जोन कार्यालय, झोटवाड़ा जोन में पार्षद कार्यालय के पास वार्ड 64, मानसरोवर जोन में पार्षद कार्यालय थड़ी मार्केट में आरआरआर केंद्र स्थापित किए गए हैं. 

मानसरोवर जोन स्थित थ्री आर केंद्र पर मानसरोवर जोन के सभी अधिकारी कर्मचारियों ने जरूरतमंद सामान कपड़े, जूते, किताबें स्टेशनरी, आइटम टिफिन पानी की बोतल आदि डोनेट किया. नगर निगम ग्रेटर आयुक्त रूक्मणि रियाड़ का कहना है कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में रैंकिंग सुधारने की कवायद नगर निगम ग्रेटर ने शुरू कर दी है. खास तौर से अनुपयोगी सामान जिसका निस्तारण नहीं होने के अभाव में लोग अपने घरों से निकालकर बाहर फेंक देते हैं, जबकि वह किसी के काम आ सकता है. 

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निगम सबसे पहले इस तरह के वेस्ट की परेशानी को अपने थ्री-आर मॉड्यूल से खत्म करने जा रहा है. आयुक्त रुक्मणि रियाड़ ने कहा कि आपका प्रयोग किया हुआ सामान जो कि आपके अनुपयोगी है वह किसी और के लिए उपयोगी भी हो सकता है. हमारी यह पहल पर्यावरण संरक्षण कचरे को कम करने के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के उद्देश्य से शुरू की गई है. उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि इस नेक कार्य में अपना योगदान दें और अपने अनुपयोगी कपड़े और अन्य सामान को अपने नजदीकी ट्रिपल आर केंद्र पर जमा करें. 

थ्री आर केंद्रों पर जो सामान जमा करवाने आएंगे उनकी रजिस्टर में एंट्री होगी. वहीं जिन्हें सामान दिया जाएगा उसकी भी एंट्री होगी. इसके लिए बकायदा कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है. जिसमें सामान का ब्यौरा रखने का काम करेंगे. उन्होंने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण मेंरिसाइकल, रिड्यूस और रीयूज सेगमेंट पूरा करने पर 80 अंक मिलेंगे इसलिए इसकी शुरुआत स्वच्छता सर्वेक्षण के साथ जरूरतमंदों की मदद के लिए भी की है. 

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उन्होंने बताया कि कपड़े, जूते-चप्पल, स्टेशनरी में किताबें, स्कूल का बैग, टिफिन, पानी की बोतल, खिलौने, खेल का सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुएं जो कि अकसर आम घरों में ज्यादा होने के कारण अनुपयोगी रह जाती हैं. प्लास्टिक या मेटल के कंटेनर, थर्माकोल के पैकिंग के बक्से, वाशबेसिन, टॉयलेट सीट, बाथ टब, मिट्टी के बर्तन-मटके इन कलेक्शन सेंटर में दिए जा सकते हैं. जो कि किसी अन्य जरूरतमंद व्यक्तियों के काम आ सकें. 

बहरहाल ट्रिपल आर के जरिए स्वयंसेवी संस्थाओं, स्कूल-कॉलेजों के स्टूडेंट्स की भी मदद ली जाएगी. जो शहरवासियों को समझाएंगे कि अगर उनके घर में कोई ऐसी गैर जरूरी वस्तु है. जिसे वे बाहर फेंकना चाहते हैं, तो उसे वह ट्रिपल आर सेंटर तक पहुंचाएं. इस तरह शहर में पुराने कपड़ों के लिए नेकी की दीवारों पर लोग अपने गैर इस्तेमाल के कपड़ों को रख जाते हैं और जिन लोगों को इनकी जरूरत है वे वहां से लेकर चले जाते हैं. ठीक इसी तरह घरों की गैर जरूरी चीजों के लिए भी ट्रिपल आर सेंटर स्थापित किए गए हैं.

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