Chanakya Niti : राजा-रानी के तरह महलों में रहेगें या फिर होंगे कंगाल, जानें नीतिशास्त्र में छिपा भविष्य का राज
Advertisement

Chanakya Niti : राजा-रानी के तरह महलों में रहेगें या फिर होंगे कंगाल, जानें नीतिशास्त्र में छिपा भविष्य का राज


Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य ने नीतिशास्त्र में बताया है कौन से स्त्री पुरुष राजा रानी जैसा जीवन जीते हैं और कौन कंगाल रह जाते हैं.

Chanakya Niti : राजा-रानी के तरह महलों में रहेगें या फिर होंगे कंगाल, जानें नीतिशास्त्र में छिपा भविष्य का राज

Chanakya Niti : कहते है कि मनुष्य अपने कर्म से अपना भविष्य लिखता है. मनुष्य में अपनी तकदीर को बदलने की काबलियत होती है जिसके लिए जरुरी है परिश्रम. लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिनको कुछ किए बिना ही वो सब मिल जाता है, जो वो चाहते हैं.

ये भी पढ़ें : Chanakya Niti : स्त्री हो या पुरुष ये काम करने के बाद खुद को स्वच्छ करना बेहद जरुरी

आचार्य चाणक्य ने नीतिशास्त्र के दूसरे अध्याय के दूसरे ही श्लोक में बताया है कि 6 तरह के सुख होते हैं जो हर किसी के नसीब में नहीं होते. ये सुख उन्ही स्त्री पुरुष को मिल पाते हैं जो विशेष गुण लिए होते हैं और जिनका भाग्य निर्धारित होता है. 

Chanakya Niti : नीतिशास्त्र में छिपा है धन कुबेर का खजाना, धनतेरस पर जानें चमत्कारी उपाय

अच्‍छा जीवनसाथी
आचार्य चाणक्य के मुताबिक एक अच्छा जीवनसाथी मिलना भाग्य का ही खेल है. जिन लोगों के पास समझदार और गुणों से भरे साथी होते हैं वो किस्मत के धनी होते हैं. ये सब पिछले जन्‍म के अच्‍छे कर्म से ही संभव है. शास्त्रों में कहा गया है कि पिछले जन्म में स्त्री का अपमान करने वालों का दांपत्य जीवन हमेशा कष्ट ही मिलता है. 

Aaj Ka Rashifal : तुला का नया दौर होगा शुरु, कुंभ के हाथ ने निकल सकता है गोल्डन चांस

अच्छा खाना

आचार्य चाणक्य बताते हैं कि अच्छा खाना, बेहतर जिंदगी की निशानी है. सुख सिर्फ उन भाग्यशाली लोगों को ही मिलता है कि जिन्‍होंने पिछले जन्‍म में सत्‍कर्मों को किया होगा या फिर खूब दान पुण्य कर गरीबों को खाना खिलाया होगा. 

Chanakya Niti : ऐसी स्त्री की आंखों का तारा नहीं कांटा होता है उसका पति, जानें क्या कहती है चाणक्य नीति

बेहतर पाचन शक्ति

आचार्य चाणक्‍य कहते हैं सिर्फ अच्‍छा भोजन मिलना ही काफी नहीं है इसे पचाने के लिए बेहतर पाचन शक्ति भी चाहिए. कई धनी लोग एक से एक बेहतरीन स्वाद को ले सकते हैं लेकिन उनकी शरीर साथ नहीं देता और वो इस सुख का भोग नहीं कर पाते.

दान की क्षमता

आचार्य चाणक्‍य कहते हैं कलयुग में धनी स्त्री पुरुष की कोई कमी नहीं है लेकिन दान हर कोई नहीं करता ऐसा गुण सिर्फ पिछले जन्म में अच्छा कर्म कर हासिल किया जा सकता है, ऐसे लोग फिर से दान कर अपने अगले जन्म को सुधार लेते हैं.

ये भी पढ़ें: Chanakya Niti : चिल्लाने और रोने वाली स्त्री पति के लिए शुभ, खोल देती है किस्मत का ताला

(डिस्क्लेमर: यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित है. Zee Media इसकी पुष्टि नहीं करता.)

Trending news