सीमावर्ती क्षेत्र खाजूवाला के किसानों (Farmers) को कभी सिंचाई पानी के लिए तो कभी डीएपी (DAP) व यूरिया खाद के लिए परेशान हो रहें हैं.
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Bikaner: सीमावर्ती क्षेत्र खाजूवाला के किसानों (Farmers) को कभी सिंचाई पानी के लिए तो कभी डीएपी (DAP) व यूरिया खाद के लिए परेशान हो रहें हैं. खाजूवाला मंडी (Khajuwala Mandi) में निजी पेस्टीसाइड की दुकानों (Pesticide Shops) के आगे किसानों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं.
किसानों ने प्रशासन को सूचना दी कि यूरिया खाद (Urea) की कालाबाजारी हो रही है, जिसके बाद उपखंड अधिकारी व तहसीलदार मौके पर पहुंचे व दुकानों व गोदाम का निरीक्षण किया. प्रशासन ने खाजूवाला धान मंडी में स्थित तीन गोदामों का निरीक्षण किया, जिनमें प्रशासन को यूरिया खाद मिली. जिस पर दुकानोंदारों व गोदाम मालिकों को प्रशासन ने पाबंद किया कि इन सभी खाद को किसानों में वितरण किया जाए.
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कृषि विभाग (Agriculture Department) के अधिकारियों ने बताया कि खाजूवाला में दो निजी पेस्टिसाइड की दुकानों पर 1920 थैले यूरिया खाद पहुंची है. कृषि विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की मौजूदगी में पोस मशीन के माध्यम से खाद का वितरण किया जा रहा है. उपखंड अधिकारी प्रभजोत सिंह गिल ने दुकानदारों को व्यवस्था व नियमानुसार खाद वितरण (Fertilizer Distribution) करने के निर्देश दिए.
गौरतलब है कि खाजूवाला क्षेत्र के किसानों को कभी सिंचाई पानी (Irrigation water) के लिए आंदोलन करना पड़ता है तो कभी यूरिया व डीएपी खाद के लिए लंबी-लंबी कतारों में लगना पड़ता है. किसानों ने बताया कि अल सुबह किसान यूरिया खाद के लिए दुकानों के आगे लंबी लाइनों में खड़े होते हैं, लेकिन शाम होते-होते अधिकतर किसानों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है. क्योंकि डीएपी व यूरिया खाद की भारी किल्लत चल रही है. ऐसे में किसानों ने प्रशासन से आग्रह किया कि पर्याप्त मात्रा में यूरिया व डीएपी खाद की व्यवस्था करवाई जाए व निजी दुकानदारों के पास खाद पहुंच रही है. उन्हें नियमानुसार खाद वितरण करने के लिए पाबंद किया जाए.