ब्रजभूमि कल्याण परिषद के राष्ट्रीय संयोजक डॉ पंकज गुप्ता ने कहा, सरदार वल्लभभाई पटेल ने हमारे राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोया था और तमाम रजवाड़ों को एक किया था.
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Alwar: सरदार वल्लभ भाई पटेल की 72वीं पुण्यतिथि पर आज ब्रजभूमि कल्याण परिषद एवं गुर्जर महासभा के संयुक्त तत्वाधान में अपना घर शालीमार स्थित सरदार पटेल की प्रतिमा का श्रमदान कर सफाई की गई और दुग्ध अभिषेक कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि प्रेषित की गई.
इस मौके पर मुख्य वक्ता राम कृष्ण गोस्वामी ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल गीता पढ़ा करते थे और उनके जीवन में भगवत गीता का गहन प्रभाव था. दांडी मार्च यात्रा से पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और अंग्रेज यह समझते थे कि अगर पटेल को गिरफ्तार कर लेंगे तो यह दांडी मार्च नहीं होगा क्योंकि उस समय पटेल बहुत कद्दावर नेता थे.
ब्रजभूमि कल्याण परिषद के राष्ट्रीय संयोजक डॉ पंकज गुप्ता ने कहा, सरदार वल्लभभाई पटेल ने हमारे राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोया था और तमाम रजवाड़ों को एक किया था. पूर्ववर्ती सरकारों ने इतिहास में लौह पुरुष वल्लभ भाई पटेल को वह स्थान नहीं दिया गया जो उनको मिलना चाहिए था और अगर हमारे स्वाधीन भारत के पहले प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल होते तो राष्ट्र की दिशा और दशा बहुत ऊंची हो सकती थी.
उन्होंने कहा कि राष्ट्र के हर नागरिक का पहला कर्तव्य राष्ट्र की सुरक्षा है और इसी के मद्देनजर सभी नागरिकों को अपना कर्तव्य कर्म करना चाहिए. इस मौके पर उन्होंने मेवात विकास बोर्ड भंग करने का मुद्दा भी उठाया जो संविधान के खिलाफ 1987 में कांग्रेस के द्वारा बनाया गया था और कहां कि यह संविधान के खिलाफ कदम था और हमारे राष्ट्र को तोड़ने का एक षड्यंत्र है जिसको हम को समझ लेना चाहिए. गुर्जर महासभा के राजस्थान के ब्रांड एंबेसडर डॉ राजकुमार गुर्जर ने कहा, कि सरदार पटेल सिर्फ गुर्जर समुदाय के ही नहीं अपितु संपूर्ण हिंदू समाज के नायक थे और सभी देशवासियों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने राष्ट्र समाज देश के लिए एकजुट करने के लिए कार्य करना चाहिए.
इस मौके पर किसान संघ के जिला अध्यक्ष मातादीन भाटी ने, गुर्जर महासंघ के लीलाधर गुर्जर ने, अपना घर शालीमार के डायरेक्टर अशोक सैनी ने, भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान की योजना प्रमुख श्रीचंद्र साहू ने और गुर्जर छात्रावास के बाबूलाल पोसवाल जी ने भी अपने विचार रखे.
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