अलवर के बहरोड़ के अकलीमपुर गांव में रास्ते के विवाद को लेकर ग्रामीणों व प्रशासन हुआ आमने-सामने .एक दर्जन महिलाएं व ग्रामीणों को पुलिस ने किया गिरफ्तार. ये पूरा मामला गांव में बन रही सड़क का है, जहां गांव में सरकारी रास्ता होने के बावजूद स्थानीय प्रशासन किसानों की पैतृक जमीन पर सड़क बना रहा है.
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Alwar: अकलीमपुर गांव से निहालपुरा तक विवादित सड़क का मामला तूल पकड़ गया. रविवार को प्रशासन जबरन सड़क बनाने पहुंचा था. लेकिन ग्रामीणों ने सड़क बनाने का विरोध जताया लेकिन प्रशासन जबरन निर्माण करने लगा तो पुलिस ने ग्रामीणों को गिरफ्तार कर लिया है. अकलीमपुर गांव से निहालपुरा तक 40 फुट चौड़ाई वाली ग्रेवल सड़क जो सरकारी रास्ता है व काफी पुराना रास्ता है जो निर्बाध रूप से चालू है.
नीमराना उपखंड प्रशासन सरकारी रास्ते पर सड़क न बनाकर निहालपुरा गांव के काश्तकारों की पैतृक कृषि भूमि से पक्का रास्ता बनाने पर आमादा है. ग्रामीणों ने बताया कि उपखंड प्रशासन को अनेक बार लिखित में ज्ञापन दिया गया लेकिन प्रशासन ने ग्रामीणों की एक नहीं सुनी. उपखंड प्रशासन की मनमर्जी से तंग आकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था.
गौरतलब है कि ग्रामीणों ने पूर्व में संभागीय आयुक्त जयपुर के पास में अपील की जिसमें ग्रामीणों ने बताया कि अकलीमपुर गांव से निहालपुरा गांव तक पुराने समय से ग्रेवल सड़क बनी हुई है, जो सरकारी रास्ता में है इस रास्ते पर नीमराना उपखंड प्रशासन सड़क न बना कर के निजी एवं रसूखदार लोगों को लाभ दिलाने के लिए उद्देश्य से जहां रास्ता नहीं है.
वहां डामर का पक्का रोड तैयार करने के लिए मनमर्जी करने पर तुला हुआ है. जहां रास्ता बनाया जा रहा है वहां सरकारी रास्ता नहीं है वह जमीन काश्तकारों की निजी पैतृक कृषि भूमि है. वहीं, नीमराणा उपखंड अधिकारी मुकुट चौधरी ने बताया निहालपुरा गांव में रास्ते का विवाद था ।
जिसको लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया था. समझाईस के बाद ग्रामीण मान गए. गिरफ्तार करने का कोई मामला नही है.महिलाएं व पुरुष बोले सर हम लोग पैदल है हमे घर तक छुड़वा दो. जबकि कुछ फ़ोटो वायरल हो रहे है.जिनमे ग्रामीणों को गिरफ्तार करने की बात कही जा रही है.
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