लंबे समय से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने करीब साढ़े तीन साल बाद सुध लेने पर संगठन की तरफ से भेजे गए पर्यवेक्षक के सामने जमकर रोष जताया. कार्यकर्ताओं के रोष को देखते हुए पर्यवेक्षक ने उनकी बात सरकार स्तर पर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया. संगठन चुनाव को लेकर राधामोहन धायल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कार्यकर्ताओं ने सर्वसम्मति से पीसीसी के निर्णय को मानने का प्रस्ताव लिया.
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Kishangarh: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर संगठन बीएलओ शांतिलाल लिम्बा ने अरांई ब्लॉक कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक ली. किशनगढ़ रोड़ स्थित एक निजी समारोह स्थल में आयोजित बैठक काफी हंगामेदार रही.
लंबे समय से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने करीब साढ़े तीन साल बाद सुध लेने पर संगठन की तरफ से भेजे गए पर्यवेक्षक के सामने जमकर रोष जताया. कार्यकर्ताओं के रोष को देखते हुए पर्यवेक्षक ने उनकी बात सरकार स्तर पर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया. संगठन चुनाव को लेकर राधामोहन धायल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कार्यकर्ताओं ने सर्वसम्मति से पीसीसी के निर्णय को मानने का प्रस्ताव लिया.
क्या बोले पर्यवेक्षक शांतिलाल लिम्बा
बैठक को संबोधित करते हुए पर्यवेक्षक शांतिलाल लिम्बा ने कहा कि कार्यकर्ता संगठन की रीढ़ है. आपसी मतभेदों को भूलकर चुनावों की तैयारियों में जुट जाए. प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को घर-घर पहुंचाकर पात्र परिवारों को लाभांवित करवाना है. उन्होंने कांग्रेसियों की समस्याओं को संकलित कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा तक पहुंचाने का आश्वासन दिया.
हंगामेदार रही बैठक
सीएम के गृहक्षेत्र जोधपुर से आए पर्यवेक्षक शांतिलाल लिम्बा के सामने कांग्रेसियों का गुस्सा फूट पड़ा. बैठक शुरू होते ही कांग्रेस से जुड़े जनप्रतिनिधियों एवं नेता-कार्यकर्तओं ने शिकायतों की झड़ी लगा दी. बैठक की शुरूआत करते हुए ब्लॉक अध्यक्ष राधामोहन धायल ने कार्यकर्ताओं की परेशानियां गिनानी शुरू कीं. उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तर की गुटबाजी से स्थानीय कार्यकर्ता परेशान है. स्थानीय विधायक सरकार से जुड़े हुए है लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं मिल रही है. सरकार में कार्यकर्ताओं के काम नहीं होने से कांग्रेस से लोगों की दूरी बन रही है.
कटसूरा पूर्व सरपंच ने बताई परेशानियां
कटसूरा पूर्व सरपंच किशनलाल घासल ने कहा कि हालात इतने बदतर हैं कि पटवारी, ग्राम सेवक, कॉन्स्टेबल तक कांग्रेसी नेताओं की नहीं सुनते है. पार्टी के कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं हो रही है. किशनगढ़ विधानसभा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है. जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधी रामसिंह चौधरी ने कहा कि सरकार होने के बावजूद पार्टी से जुड़े सरपंच तक उपेक्षा का शिकार है. पंचायतराज में पार्टी से जुड़े सरपंचो तक के काम नहीं हो रहे हैं. थानों में भाजपा से जुड़े लोगों की दलाली चल रही है.
कांग्रेस से जुड़े लोगों के साथ भेदभाव का आरोप
ब्लॉक कांग्रेस एससी अध्यक्ष शिवराज बागड़ी ने कहा कि पार्टी से जुड़े लोगों के नाम आवास योजना की सूची से हटाए जा रहे है. कांग्रेस की जड़ों से जुड़े हुए लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है. अफसरशाही हावी है. पार्टी से जुड़े लोगों को जेल भेजा रहा है. हरिप्रसाद रेगर ने कहा कि कांग्रेस सरकार में ही पार्टी के लेागों के घरों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सुनने वाला कोई नहीं है.
समन्दर में मछली, फिर भी प्यासी
कांग्रेस सरकार से नाराज कार्यकर्ताओं का आलम ये था कि एकबारगी कार्यकर्ताओं ने हंगामा करते हुए बैठक का बहिष्कार तक कर दिया. कुछ लोग पंचायतीराज चुनावों में कांग्रेसियों के साथ हुए व्यवहार पर नाराजगी जताते हुए बैठक से बाहर निकल गए.
कार्यकर्ताओं की बदहाली का जिक्र करते हुए रामसिंह चौधरी ने कहा कि समन्दर में होने के बावजूद मछली प्यासी वाली कहावत जैसी हालत कांग्रेसियों की है. प्रदेश में सरकार होने के बावजूद कॉन्स्टेबल पटवारी तक कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों की नहीं सुन रहे है.
ये लोग रहे मौजूद
बैठक में पूर्व सरपंच महेंद्र सिंह, पूर्व सरपंच नंदलाल धायल, पूर्व सरपंच भंवरगोपाल गौड़, जिला परिषद प्रत्याशी शिवराज चौधरी चुरण्या, किशनलाल घासल, रसीद मोहम्मद, कैलाशचन्द सैन गोठियाना, फूलचन्द नेतड़, राजेश झाडून्दा, हरिराम गीला आदि ने कार्यकर्ताओं की समस्याओं से अवगत करवाया. इस दौरान एडवोकेट भीमसिंह चौधरी, नरेन्द्र सारण, किशनलाल डाबला, लाला नेतड़, दिलीप सैन, पूर्व सरपंच भामोलाव बृजराज सिंह राठौड़, कल्याणमल मेघवंशी, सत्यनारायण बटेसर सहित कई कांग्रेसी मौजूद रहे.
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जिला संवाददाता - मनवीरसिंह