Beawar: आबकारी विभाग हाय-हाय, हमारी मांगे पूरी करो...की रही गूंज, ये है बड़ी वजह
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Beawar: आबकारी विभाग हाय-हाय, हमारी मांगे पूरी करो...की रही गूंज, ये है बड़ी वजह

अजमेर में शराब बिक्री की प्रतिदिन गारंटी का दबाब और हर रोज पुलिस प्रशासन द्वारा शराब की दुकानों पर रेड करने से परेशान शराह विक्रेताओं का रविवार को आक्रोश फूट पड़ा. 

 

शराब विक्रेताओं का रविवार को आक्रोश फूट पड़ा.

Beawar: अजमेर में शराब बिक्री की प्रतिदिन गारंटी का दबाब और हर रोज पुलिस प्रशासन द्वारा शराब की दुकानों पर रेड करने से परेशान शराब विक्रेताओं का रविवार को आक्रोश फूट पड़ा. शराब बिक्री में आबकारी विभाग की ओर से सहयोग नहीं करने के आरोप में रविवार को सभी शराब विक्रेताओं ने अपने-अपनी दुकानें सांकेतिक रूप से बंद कर आबकारी विभाग के बाहर आक्रोश जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान शराब विक्रेताओं ने शराब की बोतलों से शराब गिराते हुए आबकारी विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. 

इस दौरान उपस्थित सभी ने आबकारी विभाग हाय-हाय... और हमारी मांगे पूरी करो... के नारे लगाए. विरोध-प्रदर्शन कर रहे शराब विक्रेता अशोक बालोटिया ने बताया कि शराब की दुकानों की भारी गारंटी के बावजूद आबकारी विभाग के कहने पर शराब विक्रेताओं जैसे-तैसे कर दुकानें उठानी थी.

 बालोटिया ने बताया कि शुरुआत में तो कई दुकानदारों को लोकेशन को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ा. जैसे-तैसे दुकानों की लोकेशन सेट हुई और बिक्री शुरू हुई तो पुलिस प्रशासन की ओर से हर रोज दुकानों पर रेड की जा रही है. जिसके कारण शराब खरीदने वाले मारे डर के दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.

बालोटिया ने बताया कि दुकानों के बाहर पुलिस खड़ी होने के कारण शराब खरीदने वाले दुकान तक पहुंचते ही नहीं हैं. जिसके कारण दुकानदारों के सामने प्रतिदिन की गारंटी की समस्या खड़ी हो गई है.

 बालोटिया ने बताया कि पुलिस द्वारा रेड करने के दौरान सेल्समैन को भी पकड़कर ले जाया जाता है, जिसके कारण भी उन्हें कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उधर विरोध प्रदर्शन के दौरान आबकारी सीआई मादाराम के ऑफिस में नहीं मिलने पर सभी शराब विक्रेता उनके सेंदड़ा रोड स्थित आवास पर पहुंचे. 

जहां पर ढ़ोल बजाकर उनकी नींद उड़ाते हुए उनसे मुलाकात के दौरान शराब विक्रेताओं अपनी मांगों के संबंध में बातचीत करते हुए उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होने तक शराब की दुकानें बंद रखने की चेतावनी देते हुए उन्हें अपनी दुकानों की चांबियां सौंपी. 

अशोक बालोटिया ने बताया कि ब्यावर शहर की सभी दुकानों की प्रतिदिन की गारंटी 60 लाख रुपए है. जिसे पूरी करना मुश्किल होता जा रहा है. विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रेम मेवाड़ा, मनोज टांक, दिलीप टांक, ज्ञानचंद मेवाडा, पृथ्वीसिंह, दिलीप टांक, कौशल उपाध्याय, गोविन्दसिंह, रिंकू टांक, महेन्द्र मेवाडा, किशोरसिंह, भगवानसिंह, दीपूसिंहब तथा नेपालसिंह आदि शामिल रहे.

Reporter- Dilip Chouhan

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